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Birthday Special: इस फिल्म ने बदल दी थी निरहुआ की जिंदगी, आज हैं SuperStar

फिल्म 'निरहुआ रिक्शा वाला' की कामयाबी के बाद दिनेश लाल यादव के पास फिल्मों के बंपर ऑफर आने लगे. साल 2006 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले निरहुआ अब तक करीब 50 फिल्मों में काम कर चुके हैं.

Updated on: 02 Feb 2021, 09:07 AM

नई दिल्ली:

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री (Bhojpuri Film Industry) के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव (Dinesh Lal Yadav) उर्फ निरहुआ (Nirahua) का आज 42वां जन्मदिन है. दिनेश लाल यादव का जन्म 2 फरवरी, 1979 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur, Uttar Pradesh) जिले में हुआ था. भोजपुरी गाने 'निरहुआ सटल रहे' से लोगों के बीच पहुंचे दिनेश लाल यादव ने गायकी से करियर की शुरुआत की थी. निरहुआ ने साल 2006 में 'चलत मुसाफिर मोह लियो रे' फिल्म में बतौर अभिनेता डेब्यू किया. जिसके बाद साल 2008 में आई फिल्म 'निरहुआ रिक्शा वाला' ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचा दिया. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि 'निरहुआ रिक्शा वाला' ने दिनेश लाल की किस्मत बदल दी.

फिल्म 'निरहुआ रिक्शा वाला' की कामयाबी के बाद दिनेश लाल यादव के पास फिल्मों के बंपर ऑफर आने लगे. साल 2006 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले निरहुआ अब तक करीब 50 फिल्मों में काम कर चुके हैं. खास बात ये है कि दिनेश लाल की ज्यादातर फिल्मों के नाम 'निरहुआ' के नाम पर ही होते हैं. भोजपुरी क्षेत्र में अपना भौकाल बना चुके दिनेश लाल ने पॉपुलर टीवी शो बिग बॉस के 6ठे सीजन में भी पार्टिसिपेट किया.

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भोजपुरी में एक के बाद एक कई हिट देने के लिए दिनेश लाल यादव को लगातार तीन साल तक इंटरनेशनल भोजपुरी फिल्म अवॉर्ड से नवाजा गया. निरहुआ को 3 में से 2 अवॉर्ड 'बेस्ट एक्टर' कैटेगरी में मिले, जबकि एक अवॉर्ड उन्हें 'जुबली स्टार अवॉर्ड' कैटेगरी में मिला. इसके अलावा उन्हें साल 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'यश भारती सम्मान अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया.

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के जरिए पूर्वांचल में जबरदस्त पकड़ बनाने वाले दिनेश लाल यादव ने साल 2019 में राजनीति में एंट्री मार ली. दिनेश लाल यादव ने लखनऊ में 27 मार्च, 2019 को योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में बीजेपी जॉइन कर लिया. राजनीति में शामिल होने के बाद बीजेपी ने उन्हें सीधे लोकसभा चुनाव 2019 में आजमगढ़ से अखिलेश यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार दिया. हालांकि, उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा.