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Lok sabah election 2019 : आइए जानते हैं मशहूर फिल्म अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी के संसदीय क्षेत्र मथुरा के बारे में

2014 के लोकसभा चुनाव में हेमा मालिनी ने राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी को हराकर सांसद बनीं, बीजेपी यहां से 5 बार जीत दर्ज की है

Updated on: 04 Mar 2019, 12:08 PM

नई दिल्ली:

मथुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीट में एक सीट है. यहां से वर्तमान सांसद फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी हैं. उन्होंने 2014 में बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ा था. चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी को हेमा मालिनी ने हार का मुंह दिखाया था. यहां से 16 बार सांसद चुने गए हैं. इस सीट पर भाजपा की शुरुआती स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन 1991 के बाद भारतीय जनता पार्टी का कमल खिला. 1991 में स्वामी साक्षी जी भाजपा के सांसद बने. तब से इस सीट पर एक बार कांग्रेस और एक बार राष्ट्रीय लोकदल ने जीत दर्ज की है. इसके अलावा इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. यह सीट भाजपा के सुरक्षित सीटों में से एक है.

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मथुरा लोक सभा सीट का राजनीतिक इतिहास

मथुरा लोकसभा सीट का इतिहास काफी पुराना है. 1952 में यहां से पहला सांसद चुने गए थे. उस वक्त गिरराज सरण सिंह निर्दलीय से चुनाव जीते थे और मथुरा के प्रथम सांसद बने. 1957 में राजा महेंद्र प्रताप सिंह भी निर्दलीय से सांसद निर्वाचित हुए. आजादी के करीब 15 साल बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जीत दर्ज की. चौधरी दिगम्बर सिंह सांसद बने. लेकिन 1967 में मथुरा के प्रथम सांसद गिरराज सिंह फिर दूसरी बार सांसद चुने गए. इस बार भी उन्होंने निर्दलीय से ही चुनाव लड़ा था.

1971 में कांग्रेस फिर से वापसी करती है. चकलेश्वर सिंह को मथुरावासी सांसद चुनते हैं. कांग्रेस और निर्दलीय की लड़ाई में 1977 में एक नया दल चुनावी मैदान में कूदता है. भारतीय लोक दल के मनीराम बागड़ी 1977 में सांसद बने. 1980 में चौधरी दिगंबर सिंह जनता पार्टी से सांसद निर्वाचित हुए. 1984 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से मानवेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की थी. 1989 में मानवेंद्र सिंह पार्टी बदलते हुए जनता दल में आ गए और दोबारा सांसद चुने गए.

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लंबे अंतराल के बाद 1991 में भाजपा के स्वामी साक्षी ने कमल खिलाया था. उसके बाद 1999 तक भाजपा का परचम रहा. 1996, 1998 और 1999 में भाजपा के चौधरी तेजवीर सिंह लगातार तीन बार सांसद निर्वाचित हुए. 2004 में बीजेपी से यह सीट छीनते हुए कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की. 2009 में राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी सांसद बने. 2014 में भारतीय जनता पार्टी फिर से काबिज हो गई. हेमा मालिनी ने जयंत चौधरी को 3,30,743 वोटों से हराया था.

मथुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल मतदाता

2011 के जनगणना के अनुसार कुल मतदाता 16 लाख 82 हजार 2 सौ 60 हैं. जिसमें पुरुषो की संख्या 9 लाख 31 हजार 6 सौ 15 हैं. वहीं महिलाओं की संख्या 7 करोड़ 50 लाख 6 सौ 45 हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां 16 लाख 82 हजार 2 सौ 60 मतदाताओं ने वोट किया था. जिसमें 55 प्रतिशत पुरुष और 44 प्रतिशत महिलाएं ने वोट किया था. इस सीट पर जाट और मुस्लिमों का बोलबाला रहा है. 2014 के चुनाव में जाटों ने जबर्दश्त तरीके से बीजेपी को वोट किया था.

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मथुरा लोकसभा सीट के अंतर्गत विधान सभा सीट

मथुरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 5 विधानसभा हैं. जिसमें छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा और बलदेव हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने मांट सीट पर जीत दर्ज की थी. जबकि बाकी सीटों को भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा कर लिया.

मथुरा लोकसभा सीट का इतिहास

मथुरा उत्तर प्रदेश में एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्द है. यह भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है. मथुरा को शूरसेन नगरी, मधुपुरी, मधुनगरी, मथुरा के नामों से भी जाना जाता है. मथुरा के पेड़े बहूत प्रसिद्ध है. दिल्ली से मथुरा की दूरी 183 किलोमीटर है.

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लोकसभा चुनाव 2019 की स्थिति

इस बार राष्ट्रीय लोक दल बीजेपी सांसद हेमा मालिनी को कांटें की टक्कर देने को तैयार हैं. जयंती चौधरी को हेमा मालिनी ने हराया था. उस बार जयंत चौधरी को के महज 22.62 फीसदी वोट मिले थे. हेमा मालिनी इस बार भी जयंत चौधरी को पटखनी देने के लिए कमर कस ली है. जयंत चौधरी लगातार मथुरा में रैली, जनसभा कर रहे हैं. बताया जाता है कि 2014 में हेमा मालिनी मोदी लहर में सांसद बन गईं लेकिन इस बार जीत आसान नहीं होगी. देखना दिलचस्प होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कौन अपना कुनबा बचाने में कामयाब होता है.