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Lok Sabha Election 2019 : केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के बारे में एक नजर

हर्षवर्धन विधानसभा चुनाव के इतिहास में कभी चुनाव नहीं हारे, 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कपिल सिब्बल को भारी मतों से हराया था

Updated on: 25 Mar 2019, 02:24 PM

नई दिल्ली:

डॉ॰ हर्षवर्धन 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार चुनाव लड़े और संसद तक पहुंचने में कामयाब हो गए. उन्होंने कांग्रेस से लगातार दो बार सांसद रहे कपिल सिब्बल को शिकस्त दी. इस लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के तात्कालिक उम्मीदवार आशुतोष भी चुनावी मैदान में थे. 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में डॉ. हर्षवर्धन बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित हुए थे. लेकिन हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिली. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी. उनका संसदीय क्षेत्र कृष्णा नगर था. उसके बाद हर्षवर्धन चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत गए. मोदी सरकार में उन्हें सबसे पहले स्वास्थ मंत्री बनाया गया. उसके बाद उन्हें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री की शपथ दिलाई. डॉ हर्षवर्धन पेशे से डॉक्टर हैं. नाक, कान और गले के रोगों के डॉक्टर हैं.

डॉ. हर्षवर्धन का जीवन परिचय
डॉ. हर्षवर्धन का जन्म 13 दिसम्बर 1954 को हुआ था. उन्होंने एंग्लो संस्कृत विक्टोरिया जुबली सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दरियागंज से शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कानपुर से डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की.

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डॉ. हर्षवर्धन का राजनीतिक जीवन
डॉ. हर्षवर्धन सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 1993 में कृष्णा नगर विधानसभा सीट चुनाव लड़े और जीत भी गए. वे दिल्ली सरकार में कानून और स्वास्थ्य मंत्री बने. उसके बाद शिक्षा मंत्री भी बने. अपने समय के दौरान उन्होंने अक्टूबर 1994 में पोलियो उन्मूलन योजना का शुभारंभ किया. कार्यक्रम सफल होने पर इसे भारत सरकार द्वारा पूरे देश भर में अपनाया गया. हर्षवर्धन 1998 और 2003 में फिर से कृष्णा नगर से विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. हर्षवर्धन विधानसभा चुनाव आज तक कभी नहीं हारे.