New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2024/05/02/dinesh-pratap-singh-66.jpg)
dinesh pratap singh( Photo Credit : social media)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
dinesh pratap singh( Photo Credit : social media)
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने यूपी के रायबरेली (Raebareli) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. भाजपा ने कद्दवार नेता दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) पर भरोसा जताया है. दिनेश प्रताप सिंह इससे पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. अभी तक कांग्रेस की ओर से रायबरेली सीट पर किसी भी प्रत्याशी का नाम सामने नहीं आया है. रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. यहां से सोनिया गांधी सांसद रह चुकी हैं.
ये भी पढ़ें: Delhi School Bomb Threats: बम की धमकी देने वाले ई-मेल के तार रूस से जुड़े, दिल्ली पुलिस ने किया पर्दाफाश
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मंत्रीमंडल में बतौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे हैं दिनेश प्रताप सिंह. कांग्रेस से 2010 में पहली बार और इसके बाद 2016 में दूसरी बार विधान परिषद के सदस्य बने थे. 2018 में वे कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ दिनेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा था. उस दौरान दिनेश ने पूरी ताकत से ये चुनाव लड़ा. उनके प्रत्याशी होने के कारण सोनिया गांधी का मत प्रतिशत काफी कम रहा.
रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने
भाजपा के टिकट पर 2022 में दिनेश रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने. उनका परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में निवास करता है. बीते एक दशक में यह परिवार रायबरेली की राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है. भाजपा की ओर से रायबरेली से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, ''...मैं देश को आश्वस्त करता हूं कि रायबरेली से 'नकली' गांधी परिवार की विदाई तय है. यह तय है कि बीजेपी का 'कमल' खिलेगा और कांग्रेस हारेगी.'
योगी 2.0 सरकार सरकार में स्वतंत्र प्रभार
दिनेश प्रताप सिंह के अलावा उनके परिवार में भाई और कई अन्य सदस्य विधायक, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों पर रहे हैं. हरचंदपुर की सीट पर 2022 के चुनाव में भाई और विधायक राकेश सिंह की हार हुई थी. उस समय लग रहा था कि पंचवटी में उनका प्रभाव कम हो जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ. भाजपा ने पहले एमएलसी (MLC) का टिकट दिया. इसके बाद योगी 2.0 सरकार सरकार में स्वतंत्र प्रभार दिया. इससे उनका कद काफी बढ़ गया.
Source : News Nation Bureau