West Bengal: देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों ने भी कमर कस ली है. देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में पूरा होना तय हुआ है. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल तो अंतिम चरण के लिए 01 जून को मतदान होगा, जबकि चुनावी नतीजों को घोषणा 04 जून को होगी. मतदान की तारीख नजदीक आता देख नेताओं ने चुनावी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच अपनी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने में जुटीं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में एक स्थानीय चाय की दुकान पर चाय बनाकर लोगों को पलाई.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीद उतार दिए हैं. हालांकि विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया का हिस्सा रहते टीएमसी और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा तय माना जा रहा था. सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस को चार सीटें ऑफर की थी, लेकिन कांग्रेस ज्यादा सीटों की डिमांड कर रही थी. दोनों पार्टियों के बीच कई दौर की बैठक के बाद भी जब मामला नहीं बना तो ममता बनर्जी ने राज्य की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया. वहीं, कांग्रेस सांसद और पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और ममता बनर्जी के बीच की तल्खी भी दोनों पार्टियों के बीच खटास का एक प्रमुख कारण बनी.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में चाय बागान श्रमिकों से मुलाकात और बातचीत की. वहीं, मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल अपराधियों का सबसे बड़ा आश्रय स्थान है क्योंकि यहां दीदी और उनकी पुलिस है. जहां शाहजहां बढ़ते हैं वहां नूरजहां द्वारा मदद होती ही है.
Source : News Nation Bureau