पहले चरण का नहीं टूट पाया रिकॉर्ड, छठे चरण में करीब 63.3% वोटिंग

जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ती गई चरण दर चरण वोटरों का उत्‍साह कम होता गया.

जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ती गई चरण दर चरण वोटरों का उत्‍साह कम होता गया.

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Drigraj Madheshia
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पहले चरण का नहीं टूट पाया रिकॉर्ड, छठे चरण में करीब 63.3% वोटिंग

लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके हैं. अगर सभी चरणों की बात करें तो केवल पहले चरण में ही बंपर वोटिंग देखने को मिली लेकिन जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ती गई चरण दर चरण वोटरों का उत्‍साह कम होता गया. पहले चरण में 69.5% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. दूसरे चरण में कुल 69.44% वोटिंग हुई, जो 2014 के लोकसभा चुनाव से महज 0.18% कम थी, लेकिन छठे चरण में 63.3% (अनुमानित) से थोड़ा ज्‍यादा वोटिंग हुई है.

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चरणसीटेंकब हुआ मतदानमतदान प्रतिशत
पहला9111 अप्रैल69.50%
दूसरा9518 अप्रैल69.44%
तीसरा11723 अप्रैल68.40%
चौथा7129 अप्रैल65.51%
पांचवां5106 मई64%
छठा5912 मई63.3%

पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोट डाले गए. चुनाव आयोग के अनुसार लोकसभा चुनाव के इस चरण में 69.5% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो 2014 के लोकसभा चुनाव से केवल 0.73 फीसद ज्‍यादा हुआ. उत्‍तर प्रदेश, असम, लक्षद्विप, महाराष्‍ट्र, मणिपुर, नगालैंड, ओडिशा, सिक्‍किम, त्रिपुरा और उत्‍तराखंड में पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले वोटरों में कम उत्‍साह देख गया. इन राज्‍यों कम वोटिंग हुई. (देखें टेबल)

पहला चरण
राज्‍य2014 में वोटिंग%2019 में वोटिंग%चेंज
बिहार51.8253.441.62
जम्‍मू-कश्‍मीर57.1957.380.19
आंध्र प्रदेश76.9777.380.41
असम78.8278.27-0.55
लक्षद्वीप86.7984.96-1.83
उत्‍तर प्रदेश65.7663.26-2.5
पश्‍चिम बंगाल68.7769.50.73
महाराष्‍ट्र6463.04-0.96
मणिपुर84.7784.21-0.56
मेघालय68.8471.322.48
मिजोरम61.0663.062
नगालैंड88.5383.09-5.44
ओडिशा74.5773.82-0.75
सिक्‍किम80.878.81-1.99
तेलंगाना---62.5362.53
ते्रिपुरा85.583.21-2.29
उत्‍तराखंड71.6368.92-2.71
कुल68.7769.50.73

दूसरे चरण में 13 राज्‍यों की 95 सीटों पर 23 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. इस चरण में कुल 69.44% वोटिंग हुई, जो 2014 के लोकसभा चुनाव से महज 0.18% कम था. इस चरण में तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और जम्‍मू-कश्‍मीर में कम वोटिंग हुई. हालांकि मणिपुर में पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले करीब 6 फीसद ज्‍यादा मत पड़े. (देखें टेबल)

दूसरा चरण
राज्‍य2014 में वोटिंग%2019 में वोटिंग%चेंज
बिहार62.2762.920.65
जम्‍मू-कश्‍मीर50.9145.67-5.24
उत्‍तर प्रदेश61.8662.390.53
पश्‍चिम बंगाल81.7181.720.01
असम78.7881.22.42
छत्‍तीसगढ़73.0874.951.87
कर्नाटक67.6968.81.11
महाराष्‍ट्र62.6562.860.21
मणिपुर75.1881.165.98
ओडिशा72.4372.560.13
पुड्डुचेरी81.9881.21-0.77
तमिलनाडु73.6672.01-1.65
कुल69.6269.44-0.18

तीसरे चरण में सबसे ज्‍यादा 16 राज्यों की 117 सीटों पर वोट डाले गए. चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 69.44% वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जोपिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2.46% ज्‍यादा था. इस चरण में सबसे कम मतदान जम्‍मू-कश्‍मीर में हुई. इसके अलावा 6 राज्‍यों में 2014 के मुकाबले कम वोटिंग हुई. (देखें टेबल)

तीसरा चरण
राज्‍य2014 में वोटिंग%2019 में वोटिंग%चेंज
बिहार60.0861.21.12
जम्‍मू-कश्‍मीर39.3713.68-25.69
उत्‍तर प्रदेश61.4861.42-0.06
पश्‍चिम बंगाल67.1568.41.25
असम75.7485.119.37
छत्‍तीसगढ़69.1770.731.56
दादर नागर हवेली84.0879.59-4.49
दमन-दीव77.8471.83-6.01
गोवा76.8674.98-1.88
गुजरात63.3264.110.79
कुर्नाटक66.6568.451.8
केरल68.6973.384.69
महाराष्‍ट्र62.7262.36-0.36
ओडिशा72.4571.62-0.83
त्रिपुरा83.0383.190.16
कुल63.0568.42.46

चौथे चरण में वोटरों का उत्‍साह थोड़ा लौटा और 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2.46% ज्‍यादा वोटिंग हुई. तीन राज्‍यों में मामूली रूप से कम वोटिंग दर्ज की गई. (देखें टेबल)

4th फेज
राज्‍य2014 में वोटिंग%2019 में वोटिंग%चेंज
बिहार53.9759.271.73
जम्‍मू-कश्‍मीर10.32
झारखंड57.4464.977.53
मध्‍य प्रदेश79.0582.13.05
राजस्‍थान64.4868.173.69
उत्‍तर प्रदेश58.2359.110.88
पश्‍चिम बंगाल83.3782.84-0.53
महाराष्‍ट्र55.6157.331.72
ओडिशा75.4574.38-1.07
कुल63.0565.512.46

पांचवें चरण की 51 सीटों पर 6 मई को मतदान हुआ और 63.54% वोटिंग हुई जो पिछले लोकसभा चुनाव में हुई 61.54 % वोटिंग से थोड़ा ज्‍यादा रहा.

पांचवां चरण
राज्‍य2014 में वोटिंग%2019 में वोटिंग%
बिहार56.457.76
जम्‍मू-कश्‍मीर33.6818.24
झारखंड63.8664.63
मध्‍य प्रदेश57.6665.24
राजस्‍थान61.863.72
उत्‍तर प्रदेश57.1157.93
पश्‍चिम बंगाल81.3774.42
कुल61.5463.54

ज्यादा-कम वोटिंग के ये हैं मायने

घटते-बढ़ते वोटिंग प्रतिशत (low and high voter turnouts) को लेकर ज्यादातर लोग कह रहे हैं कि बढ़ी हुई वोटिंग सत्ता के खिलाफ नाराजगी होती है जबकि घटी हुई उसे समर्थन. हालांकि घटे या बढ़े मतदान प्रतिशत का सत्ता विरोधी या सत्ता के पक्ष में कोई कनेक्शन समझ में नहीं आता. अगर छह-सात फीसदी का अंतर हो तब जरूर इसका फर्क पड़ता.

चरण2019 में वोटिंग%2014 में वोटिंग%
पहला चरण69.568.77
दूसरा चरण69.4469.62
तीसरा चरण68.463.05
चौथा चरण65.5163.05
पांचवा चरण63.461.54
कुल प्रतिशत67.2565.2

2013 के मुकाबले दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में तीन प्रतिशत ज्यादा मत पड़े थे. बीजेपी मत प्रतिशत के मुकाबले कांग्रेस से बढ़त बनाई हुई थी. जब मध्य प्रदेश में 2003 का विधानसभा चुनाव हुआ था तो लगभग 7.2 % वोटिंग ज्यादा हुई थी. इसका प्रभाव भी दिखा और कांग्रेस के हाथ से सत्‍ता निकल गई.

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2003 में भी एमपी में बीजेपी की सरकार बनी. इसके बाद 2008 के चुनाव में वोटिंग में 2% का इजाफा हुआ. फिर भी बीजेपी की सरकार बनी. 2013 में फिर दो-तीन फीसदी का इजाफा हुआ फिर भी बीजेपी की सरकार बनी रही. मतलब ये है कि मतदान प्रतिशत बढ़ता रहा फिर भी बीजेपी सरकार बनी रही. इसका मतलब ये हैं कि मतदान बढ़े या घटे इसका कोई मतलब अब नहीं निकलता.

HIGHLIGHTS

  • अगर वोटिंग परसेंट में छह-सात फीसदी का अंतर हो तब सत्‍ताधारी दल के खिलाफ जा सकता है जनादेश
  • 2003 के मुकाबले 2008 के मध्‍य प्रदेश के चुनाव में वोटिंग में 2% ज्‍यादा हुई फिर भी बीजेपी की सरकार बनी.

Source : DRIGRAJ MADHESHIA

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