विजय संकल्‍प रैली में योगी की हुंकार, बोले- इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, गरीबी नहीं हटी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन-2019 के लिए गोरखपुर में नुमाइश ग्राउंड से कार्यकर्ताओं में जमकर जोश भरा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन-2019 के लिए गोरखपुर में नुमाइश ग्राउंड से कार्यकर्ताओं में जमकर जोश भरा.

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Drigraj Madheshia
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विजय संकल्‍प रैली में योगी की हुंकार, बोले- इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, गरीबी नहीं हटी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन-2019 के लिए गोरखपुर में नुमाइश ग्राउंड से कार्यकर्ताओं में जमकर जोश भरा. पार्टी द्वारा आयोजित विजय संकल्‍प रैली में गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांचों विधानसभा क्षेत्र के लोग शामिल हैं. सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में देश का विकास हो रहा है. भारत की दुनिया में प्रतिष्‍ठा बढ़ी है. इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था. गरीबी नहीं हटी. अब राहुल 72 हजार रुपये की बात कर रहे हैं . योगी ने जनता से पूछा-प्रधानमंत्री आवास के रूप में गरीबों को छत किसाने दिया. इस पर पब्‍लिक की ओर से जवाब आया मोदी ने.

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उन्‍होंने कहाकि बीजेपी सरकार ने बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं को सभी तक पहुंचाया. गरीबों के लिए, किसानों के लिए, व्‍यापारियों के लिए> सभी के हितों को ध्‍यान में रखकर कार्य किया. उन्‍होंने कहा कि सपा के सरकार के समय कितने गरीबों के आवास मिले यह आप जानते हैं. हमने 23 लाख गरीबों को आवास दिया. कहा कि हमने जाति नहीं देखी. समाजवादी पार्टी की सरकार ने आतंकियों के केस वापस लिए. कांग्रेस आतंकियों को बिरियानी खिलाती है, हम आतंकियों का काम तमाम करते हैं.

पहले की सरकार विधवा को 60 साल होने पर पेंशन देती थी लेकिन हमने कहा कि विधवा तो विधवा होती है और उसे हमने पेंशन दिया. गोरखपुर में एयर कनेक्टिविटी काफी अच्छी हो गयी है. जो काम सपा बसपा और कांग्रेस के लिए नामुमकिन था वो आज मुमकिन हो गया है. मोदीजी हैं तो मुमकिन है. 13 की तुलना में आपको कुंभ में ज्यादा बदलाव आपको दिखा होगा. चुनाव आते ही लोगों को मंदिर नजर आने लगा है और उनको राम नाम और भगवान शंकर याद आते हैं. वो मंदिर में. भी ऐसे बैठते हैं मानो नमाज पढ़ने बैठते हैं.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इनके ऐसे संस्कार हैं जो लाल बहादुर शास्त्री को भी अपनी पहनी माला पहनाते हैं. राम मंदिर में सबसे बड़ी बाधा सपा बसपा और कांग्रेस है. कांग्रेस के कपिल सिब्बल कोर्ट में कहते हैं कि 2019 के पहले इस मामले की सुनवाई नही हो सकती. सपा की सरकार बनने के बाद उनका पहला निर्णय राम जन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकी का मुकदमा वापस लेना था. कांग्रेस आतंकवादियों को बिरयानी खिलाती थी और हमारी सरकार गोला दागती है. पुलवामा के आतंकियों को 72 घण्टे में हमने मार गिराया और बाकी बचे खुचे को एयर स्ट्राइक के जरिये खत्म किया.

गोरखपुर में आप एमपी चुनेंगे लेकिन चुनना प्रधानमंत्री मोदीजी को है. क्या कोई भारतीय ये पसन्द करेंगा की आतंकवाद की समर्थक सरकार में आये. अगर ऐसा नही तो मोदीजी और कमल के फूल को ध्यान में रखिये.

पूर्वांचल पर BJP का फोकस

पूर्वांचल में लोकसभा की 26 सीटें हैं. इन सीटों में अधिकतर पर BJP और उसके सहयोगी दल का कब्जा है. उपचुनाव में 2 सीटें हारने के बाद BJP के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश का गढ़ बचाना मौजूदा समय की सबसे बड़ी चुनौती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ल और BJP प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय भी इसी अंचल से प्रतिनिधित्व करते हैं.

केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाकर मांगेंगे वोट

गोरखपुर सीट पर BJP ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है लेकिन पार्टी का चेहरा योगी आदित्यनाथ ही होंगे. सीएम यहां केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाकर BJP के पक्ष में मतदान की अपील करेंगे.

गोरखपुर-बस्ती मंडल की सभी 9 सीटों को दुबारा जीतना चुनौती

सीएम के प्रभाव में गोरखपुर और बस्ती मण्डल की सभी 9 सीटें मानी जाती हैं. 2014 के चुनाव में सभी 9 लोकसभा क्षेत्रों में BJP ने परचम फहराया था. यह रिकार्ड दोहराना बड़ी चुनौती है. इसके अलावा BJP ने विधानसभा चुनाव में भी दोनों मण्डलों की अधिकतर सीटों पर जीत हासिल की थी. मंत्री, दर्जा प्राप्त मंत्री और विभिन्न निगमों के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष व सदस्य इन दोनों मण्डलों से तकरीबन 24 की संख्या में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

BJP हर हाल में जीतना चाहेगी गोरखपुर सीट

गोरखनाथ मंदिर के प्रभाव की सीट गोरखपुर लोकसभा सीट को BJP और खुद योगी आदित्यनाथ हर हाल में जीतना चाहेंगे. 27 वर्षो से यह सीट गोरक्षपीठ के पास रही है. 2017 में सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने इस्तीफा दिया लेकिन उप चुनाव में सपा गठबंधन जीत दर्ज करा ली.

Source : News Nation Bureau

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