लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के लिए मतदान के बीच अमेठी से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने अपने प्रतिद्वंदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोला. स्मृति ईरानी ने आरोप लगाए हुए कहा कि अमेठी में एक व्यक्ति की इलाज न मिलने पर मौत हो गई. व्यक्ति को सिर्फ आयुष्मान भारत कार्ड होने पर अस्पताल में इलाज से वंचित कर दिया गया था, जहां राहुल गांधी ट्रस्टी हैं.
यह भी पढ़ें- लखनऊ में मायावती ने डाला वोट, अमीर-गरीब को लेकर कही ये बड़ी बात
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, क्योंकि उसे अस्पताल में इलाज से वंचित कर दिया गया था, जहां राहुल गांधी ट्रस्टी हैं. अमेठी में सिर्फ इसलिए कि उसके पास आयुष्मान भारत कार्ड था. ये परिवार इतना घिनौना है कि एक निर्दोष को मौत के घाट उतारने को तैयार है, सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें अपनी राजनीति प्यारी है.'
यह भी पढ़ें- डिंपल यादव ने बताया, कितना मुश्किल था वह दौर जब सपा कुनबे में मची थी कलह, आमने सामने थे बाप-बेटे
प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'वह 5 साल पहले मेरा नाम नहीं जानती थी, अब वह मेरा नाम लेती है, ऐसी उपलब्धि. आज कल वो अपने पति का नाम कम और मेरा नाम ज्यादा लेती है.'
यह भी पढ़ें- अखिलेश यादव का दावा, सपा-बसपा और आरएलडी ही तय करेगी अगला प्रधानमंत्री कौन होगा
इससे पहले स्मृति ने एक वीडियो ट्वीट किया. जिसमें मृतक के परिजन हैं. मृतक के परिजनों ने इस वीडियो में कहा है कि हॉस्पिटल के प्रबंधन ने कहा कि यह कांग्रेस का अस्पताल है. योगी-मोदी का नहीं. यहां मोदी का कार्ड नहीं चलता. स्मृति ईरानी ने वीडियो का साथ लिखा है कि 'आज मैं निशब्द हूं - कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था. एक ग़रीब को सिर्फ़ इसलिए मरने दिया क्यूँकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था पर अस्पताल राहुल गांधी का था.'
बता दें कि अमेठी (Amethi) के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि संजय गांधी अस्पताल ने उनके चाचा नन्हे लाल मिश्रा का आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद उन्हें निशुल्क इलाज देने से इनकार कर दिया था. इलाज के अभाव में नन्हे लाल की 26 अप्रैल को मौत हो गई. इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने जांच के आदेश दे दिए हैं. मामले में नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ इंदुभूषण और अमेठी के जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की गई है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताया है.
यह वीडियो देखें-
Source : News Nation Bureau