मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जब से मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है तब से ही सियासी माहौल गरमा गया है. एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ प्रज्ञा ठाकुर अपने विवादित बयान की वजह से बुरी तरह फंसती नजर आ रही हैं. शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. रविवार को साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ के मुंबई के अंबोली पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज की गई है.
यह भी पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा का कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर हमला, कह दी ये बड़ी बातें
इससे पहले चुनाव आयोग (Election Commission) ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नोटिस भेजा था. आयोग ने साध्वी के उस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे उनकी श्राप की वजह से आतंकियों के शिकार बने थे. जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने साध्वी प्रज्ञा से एक दिन के अंदर (24 घंटे) में जवाब मांगा है. आयोग ने कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान बतौर बीजेपी प्रत्याशी साध्वी का ये बयान आचार संहिता का उल्लंघन है.
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) ने मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था. साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि हेमंत करकरे ने मुझे गलत तरीके से फंसाया, मैंने कहा बताया था कि सर्वनाश होगा और ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने मार दिया. बीते शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में साध्वी ने कहा, 'हेमंत करकरे मुझे यातनाएं देते थे. मुझसे कुछ भी पूछते थे. मैंने कहा कि तेरे सर्वनाश होगा और ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने मार दिया. जिस दिन मैं गई थी उस दिन सूतक लग गया था.'
यह भी पढ़ें- MP/CG News Live: बीजापुर में पुलिस ने दो नक्सलियों को मार गिराया, कई हथियार बरामद
हेमंत करकरे (Hemant Karkare) मुंबई में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. मालेगांव सीरियल ब्लास्ट की जांच हेमंत करकरे के पास ही थी. इस केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर आरोपी थीं. हालांकि इस केस में हेमंत करकरे की चार्जशीट पर कई तरह के सवाल खड़े हुए थे.
यह वीडियो देखें-
Source : News Nation Bureau