बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद की परेशानी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही जिम्मेवार हैं. उन्होंने कहा कि दो साल से अधिक के सजायाफ्ता को चुनाव लड़ने से सर्वोच्च न्यायालय की रोक संबंधी आदेश को निरस्त करने के लिए कपिल सिब्बल की पहल पर डॉ मनमोहन सिंह सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को राहुल गांधी द्वारा फाड़कर फेंक दिया गया था.
उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि आज लालू प्रसाद लोकसभा की कौन कहे, मुखिया तक का चुनाव नहीं लड़ सकते. लालू प्रसाद को चारा घोटाले के चार मामलों में अब तक कुल 27 साल की सजा मिल चुकी है.'
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मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले राहुल गांधी को बताना चाहिए कि जब केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की 10 साल तक (2004-14) सरकार रही, पहले 5 साल लालू प्रसाद उस सरकार में रेलमंत्री रहे, दूसरे 5 साल सरकार को समर्थन देते रहे तो उनके सारे मुकदमों को वापस क्यों नहीं कर लिया गया?
उन्होंने सवाल करते हुए कहा, 'क्या लालू प्रसाद पर जब चारा घोटाले के मुकदमे हुए और जब पहली सजा हुई तो क्या केंद्र में अटल जी की सरकार थी?'
भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी इस तरह का बयान देकर केवल जनता को ही भ्रमित नहीं कर रहे हैं, बल्कि अदालत का भी अपमान कर रहे हैं.
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सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले के आरोपों की सीबीआई जांच सर्वोच्च न्यायालय की पहल पर उच्च न्यायालय की निगरानी में हुई. सीबीआई अदालत द्वारा लालू प्रसाद को मिली सजाओं को सर्वोच्च न्यायालय तक ने प्रमाणों के आधार पर बरकरार रखा.
उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आखिर लालू प्रसाद को परेशान कौन कर रहा है.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राहुल ने बिहार की एक चुनावी सभा में केंद्र और राल्य सरकार पर लालू प्रसाद और उनके परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया था.
Source : News Nation Bureau