लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण यानी राजस्थान में दूसरे चरण का प्रचार शनिवार को थम गया. 6 मई को दूसरे चरण में 12 लोकसभा क्षेत्रो में वोट डाले जाएंगे. 29 अप्रैल को पहले चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव हो चुका है. राजस्थान के सियासी किलों को फतह करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी. दोनों पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने जमकर प्रचार किया. पीएम मोदी ने 8 चुनावी साभाएं की तो राहुल गांधी ने प्रदेश में 9 चुनावी सभाओं में कांग्रेस के लिए वोट मांगे.
चुनाव प्रचार का शोर राजस्थान में आज थम गया. प्रचार के दौरान दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर जमकर हमले बोले. कांग्रेस के नेता किसान कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता,महिला सुरक्षा,शिक्षा जैसे मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान गरजे तो वहीं बीजेपी चुनाव को राष्ट्र का चुनाव बताते हुए देश की सुरक्षा,सम्मान,विकास के मुद्दों पर फ़ोकस करती नजर आई.
राजस्थान बीजेपीकांग्रेस के लिए कितना अहम रहा है इसको दिग्गजों के दौरों से समझा जा सकता है,लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रदेश में 8, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 4, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की 4, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 4 तथा पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की 38 सभाएं हुई है. प्रदेश में 14 रोड शो भी हुए. चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपीके साथ आरएलपी के रूप में नई ताकत जुड़ी तथा कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला भी जुड़े. बीजेपीको सभी समाज तथा वर्गो का समर्थन मिला है.
दूसरी ओर कांग्रेस ने भी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. राहुल गांधी ने प्रदेश में 9 चुनावी सभाये की. नवजोत सिंह सिधू ने 4 साभाएँ की. वही प्रेस वार्ता के जरिये हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा,रणदीप सुरजेवाला,पी चिदम्बरम सहित एक दर्जन से अधिक नेताओं ने बीजेपीपर निशाना साधा. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम ने करीब 100 साभाएं की. 50 से अधिक रोडशो भी कांग्रेस के नेताओ ने किए. पायलट ने कहा कि कांग्रेस की ओर से बहुत ही सकारात्मक चुनाव प्रचार हुआ है. प्रदेश भर में करीब अब तक 100 रेलिया की गई है. और इन रैलियों के माध्यम से प्रदेश में 3 माह के सरकार के कामकाज के आधार पर जनता से वोट की अपील की गई है.
इन सीटों पर होगा सोमवार को मतदान
गंगानगर |
बीजेपी |
निहाल चंद |
कांग्रेस |
भरत राम मेघवाल |
बीकानेर |
बीजेपी |
अर्जुन राम मेघवाल |
कांग्रेस |
मदन गोपाल मेघवाल |
चूरू |
बीजेपी |
राहुल कासवान |
कांग्रेस |
रफीक मंडेलिया |
झुंझुनू |
बीजेपी |
नरेंद्र कुमार |
कांग्रेस |
श्रवण कुमार |
सीकर |
बीजेपी |
सुमेधानंद सरस्वती |
कांग्रेस |
सुभाष महारिया |
जयपुर ग्रामीण |
बीजेपी |
राज्यवर्धन राठौड़ |
कांग्रेस |
कृष्णा पूनिया |
जयपुर |
बीजेपी |
राम चरण बोहरा |
कांग्रेस |
ज्योति खंडेलवाल |
अलवर |
बीजेपी |
बालक नाथ |
कांग्रेस |
भंवर जितेंद्र सिंह |
भरतपुर |
बीजेपी |
रंजीता कोली |
कांग्रेस |
अभिजीत कुमार जाटव |
करौली-धौलपुर |
बीजेपी |
मनोज रजौरिया |
कांग्रेस |
संजय कुमार |
दौसा |
बीजेपी |
जसकौर मीणा |
कांग्रेस |
सविता मीणा |
नागौर |
एनडीए |
हनुमान बेनीवाल |
कांग्रेस |
डॉ. ज्योति मिर्धा |
चुनाव प्रचार में तो दोनों दलों ने ताकत झोंक दी है. मगर किनके वादों पर भरोसा कर जनता सत्ता का ताज देगी यह तो 23 मई को पता चलेगा. दरसल बीजेपीने पिछले चुनाव में प्रदेश की सभी सीटें जीती थीं , यह लक्ष्य बीजेपीके लिए चुनौती है वही 2018 के विधानसभा चुनाव प्रदर्शन को दोहराना आसान नहीं है.
Source : LAL SINGH FAUJDAR