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84 के सिख दंगों पर बयान के लिए सैम पित्रोदा को देश से माफी मांगनी चाहिएः राहुल गांधी

सोमवार को राहुल गांधी को पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में सार्वजनिक मंच से सैम पित्रोदा के बयान की निंदा कर उनसे देश से माफी मांगने को कहना पड़ा.

Updated on: 13 May 2019, 03:31 PM

highlights

  • कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा का सिख दंगों पर दिया बयान 'हुआ तो हुआ' पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.
  • राहुल गांधी ने सफाई में कहा, सैम पित्रोदा ने 1984 के बारे में बोला है. उन्हें देश से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
  • इसके पहले पित्रोदा ने कहा था मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, इसलिए मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया.

नई दिल्ली.:

सिख दंगों का जिन्न कांग्रेस के पीछे हाथ धोकर पड़ गया है. पार्टी प्रवक्ताओं समेत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा फेसबुक के जरिए खेद व्यक्त करने के बावजूद कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा का सिख दंगों पर दिया बयान 'हुआ तो हुआ' पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां तक कि सोमवार को राहुल गांधी को पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में सार्वजनिक मंच से सैम पित्रोदा के बयान की निंदा कर उनसे देश से माफी मांगने को कहना पड़ा. वजह साफ है लोकसभा चुनाव के आखिरी और सातवें चरण में पंजाब में चुनाव होने हैं और कांग्रेस आलाकमान को भली-भांति मालूम है कि इसकी कीमत उन्हें किस रूप में चुकानी पड़ेगी.

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'सैम पित्रोदा को शर्म आनी चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए'
यही वजह है कि राहुल गांधी ने फतेहगढ़ साहिब में रैली के दौरान कहा, 'सैम पित्रोदा ने 1984 के बारे में बोला है, वह बिल्कुल गलत बोला है. उन्हें देश से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. मैंने सार्वजनिक रूप से कहा और यही मैंने फोन करके भी बोला. मैंने पित्रोदा से कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए, आपको सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.' कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की यह सार्वजनिक स्वीकरोक्ति के गहरे राजनीतिक निहितार्थ हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हर सभा और रैली में कांग्रेस को सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस को घेरते आ रहे हैं.

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पहले फेसबुक पोस्ट पर दी थी सफाई
इसके पहले राहुल ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर पित्रोदा के इस बयान की आलोचना की थी. अपने फेसबुक पोस्ट में राहुल ने कहा था कि सैम पित्रोदा ने जो कहा वह अनुचित है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने सैम के बयान को निजी बताते हुए पल्ला झाड़ लिया था. राहुल ने आगे लिखा था, 'मेरा मानना है कि 1984 एक अनावश्यक त्रासदी थी जिससे असीम पीड़ा हुई.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि न्याय होना चाहिए और जो लोग 1984 की त्रासदी के लिए दोषी थे, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. राहुल ने फेसबुक पोस्ट में आगे कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माफी मांगी है. मेरी मां सोनिया गांधी ने माफी मांगी है. हमने हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट की है कि 1984 में एक भयावह त्रासदी हुई थी और ऐसे दंगे कभी नहीं होने चाहिए.'

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पित्रोदा ने कमजोर हिंदी को दोष दे मांगी थी माफी
चुनावी मौसम में सिख दंगों पर 'हुआ तो हुआ' बयान पर विवाद बढ़ने पर सैम पित्रोदा ने भी माफी मांग ली थी. उन्होंने सफाई में कहा था, 'मेरी हिंदी अच्छी नहीं है, इसलिए मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया. मेरे कहने का मतलब था कि जो हुआ वो बुरा हुआ, मैं अपने दिमाग में बुरा का अनुवाद नहीं कर सका था.' उन्होंने कहा, 'मुझे दुख है कि मेरा बयान गलत ढंग से पेश किया गया. मैं माफी मांगता हूं.'