कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना कर बनाकर साफ संदेश दे दिया है कि वो लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही हैं. कांग्रेस अपनी रणनीति के मुताबिक प्रियंका को सोनिया गांधी की जगह रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़वाने पर भी विचार कर रही है. इसे लेकर पार्टी ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि पार्टी में सोनिया की भूमिका मार्गदर्शक की होगी. इसके अलावा वो UPA की चेयरपर्सन बनी रहेंगी. दूसरी ओर पार्टी में यह चर्चा भी आम है कि प्रियंका को अमेठी से चुनाव लड़वाया जा सकता है और राहुल गांधी को रायबरेली से.
कांग्रेस प्रियंका को रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारकर पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में असर पैदा करना चाहती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्वांचल के रहने वाले RPN Singh ने NEWS NATION से बातचीत में कहा कि प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का कमान मिलने के बाद पूरा पूर्वांचल जोश में है.
मसलन प्रियंका पर उत्तर प्रदेश की 40 लोकसभा सीटें जीतवाने की जिम्मेदारी होगी. प्रियंका के कार्यक्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी की सीट वाराणसी, सूबे के मुख्यमंत्री योगी की सीट गोरखपुर, गृहमंत्री राजनाथ की सीट लखनऊ, मुलायम सिंह यादव की सीट आजमगढ़ आएगी.
बता दें कि एक दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का महासचिव बनाया था और उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी थी. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सफल बनाने के लिए राहुल का यह बड़ा दांव माना जा रहा है. पिछले काफी समय से कार्यकर्ता इसकी मांग कर रहे थे. इसके साथ ही राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है.
Source : Mohit Raj Dubey