लोकसभा चुनाव में भीम आर्मी के अध्यक्ष और दलित नेता चंद्रशेखर की यूपी की सियासत में अचानक डिमांड बढ़ गई है. बुधवार को चंद्रशेखर का हालचाल जानने के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अस्पताल पहुंचीं तो यूपी की राजनीति में हलचल बढ़ गई. इसके बाद लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई. हालांकि, अभी इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है.
यह भी पढ़ें ः भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर चुनावी मैदान में उतरेंगे, मोदी के खिलाफ वाराणसी से लड़ेंगे चुनाव
चंद्रशेखर से प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ कई मायने निकाल रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. चंद्रशेखर लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे हैं. कांग्रेस की ओर से उन्हें लोकसभा टिकट दिया जा सकता है या दलित नेता के साथ कांग्रेस का गठबंधन हो सकता है. हालांकि, ये स्पष्ट है कि चंद्रशेखर लोकसभा का चुनाव तो लड़ना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस से नहीं. भीम आर्मी के अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस का भी रुख कुछ ऐसा ही है.
यह भी पढ़ें ः मेरठ अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी
बता दें कि चंद्रशेखर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि सपा-बसपा गठबंधन से भी समर्थन चाहते हैं. इसके बदले वो अपने मुताबिक बीजेपी के खिलाफ लड़ रही पार्टियों को चुनाव के दौरान मदद करेंगे. दिक्कत यह है कि यूपी में महागठबंधन से मुंह की खाने के बाद कांग्रेस, अब बसपा को सबक सिखाने के साथ लोकसभा के नतीजों में अपने लिए बेहतर गुंजाइश चाहिए. कांग्रेस को लग रहा है कि इस काम में चंद्रशेखर उसके काम आ सकते हैं. हालांकि, समझौता अभी मुकाम तक नहीं पहुंच पाया है.
Source : News Nation Bureau