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बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (फाइल फोटो)
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) को लेकर चुनाव आयोग काफी सख्त है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जब से मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है तब से ही सियासी माहौल गरमा गया है. एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ प्रज्ञा ठाकुर अपने विवादित बयान की वजह से भी घिरती नजर आ रही है. साध्वी प्रज्ञा ने रविवार को चुनाव आयोग को अपना जवाब सौंप दिया है.
Pragya Singh Thakur's reply to EC on the show cause notice served to her: I didn't make any defamatory comments for any martyr. I had mentioned about the torture inflicted on me on orders of the then Congress government. It's my right to put before public what had happened to me. pic.twitter.com/9SmKrCy7GR
— ANI (@ANI) April 21, 2019
साध्वी प्रज्ञा ने ईसी को सौंपे जवाब में कहा, मैंने किसी भी शहीद के लिए कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की. तत्कालीन कांग्रेस सरकार के आदेशों पर मुझ पर हुए अत्याचार का जिक्र किया था. ये मेरा अधिकार है कि मैं जनता के सामने रखूं कि जेल में मेरे साथ क्या हुआ था. मेरे बयान को मीडिया की ओर से नकारात्मक परिपेक्ष्य में प्रस्तुत किया गया था.
बता दें कि शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देने वाली भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा था. आयोग ने साध्वी के उस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे उनकी श्राप की वजह से आतंकियों के शिकार बने थे. जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने साध्वी प्रज्ञा से 24 घंटे में जवाब मांगा था. आयोग की इसी नोटिस का साध्वी प्रज्ञा ने जवाब दिया है.
Source : News Nation Bureau