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असम में बोले पीएम नरेंद्र मोदी बोले- 'कुछ लोगों के लिए पैदा होते ही 'भारत रत्‍न' रिजर्व हो जाता था'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुक्रवार शाम शहर पहुंचने और हवाई अड्डे से राजभवन जाने के दौरान ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) के सदस्यों ने काले झंडे दिखाए और नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की.

Updated on: 09 Feb 2019, 02:30 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश के बाद असम में भी जनसभा की. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुक्रवार शाम शहर पहुंचने और हवाई अड्डे से राजभवन जाने के दौरान ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) के सदस्यों ने काले झंडे दिखाए और नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की. आसू सदस्यों ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय के गेट पर प्रधानमंत्री को उस समय काले झंडे दिखाए जब वह लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से शाम करीब साढ़े छह बजे राजभवन की ओर जा रहे थे.

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असम के अमीनगांव में सभा करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी बोले- हमें खुशी होती अगर भूपेन दा जिंदा होते और अपने हाथ से भारत रत्न लेते, लेकिन वे नहीं हैं. इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं, ये आप तय करें. उन्‍होंने कहा- कुछ लोगों के लिए पैदा होते ही 'भारत रत्‍न' रिजर्व हो जाता था. आज नॉर्थ ईस्ट के विकास में नया इतिहास जुड़ रहा है. थोड़ी देर पहले ही असम और नॉर्थ ईस्ट के विकास से जुड़े हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है.

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उन्‍होंने कहा, इस बार बजट में असम समेत पूरे नार्थ-ईस्ट पर विशेष जोर दिया गया है. इस बार असम सरकार के बजट की भी काफी चर्चा हो रही है. पीएम मोदी ने कहा कि BC और AD यानि बिफोर कांग्रेस और आफ्टर डायनेस्टी का ही गौरवगान करने वालों से मैं आज यहां से पूछना चाहता हूं कि आखिर आपने भारत के सच्चे रत्नों को न पहचानने का कुटिल खेल दशकों तक क्यों खेला.

प्रधानमंत्री बोले- मुझे गर्व है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के समय ही असम के दो सपूतों, गोपीनाथ बोरदोलोई और भुपेन हजारिका को भारत रत्न देने का काम किया गया है