प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुनावी अभियान के दूसरे दिन ओडिशा पहुंचे. वहां उन्होंने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा - जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तो मैं कहता था, हे भगवान जगन्नाथ, जो कुछ ओडिशा के पास है, उसका थोड़ा हिस्सा मुझे दे दो, मैं गुजरात को कहां से कहां पहुंचा दूंगा. लेकिन यहां के लोग गरीब हैं, यह सब कांग्रेस और बीजू जनता दल की सरकारों की देन है. गरीबों और आदिवासियों के नाम पर योजनाएं बनती हैं और बिचौलिये और दलाल फायदा उठा ले जाते हैं, जबकि असली लाभार्थी लाभ नहीं उठा पाते. सुविधाओं का क्या हाल है, यह मुझसे अधिक आप बेहतर जानते होंगे.
पीएम मोदी ने कहा- हमारी सरकार देश भर में वेलनेस सेंटर बनवा रही है. लेकिन ओडिशा में ऐसा नहीं हो रहा है, क्योंकि यहां हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली सरकार नहीं है. हम आयुष्मान भारत नाम से दुनिया की सबसे बड़ी योजना लेकर आए हैं, लेकिन यहां के गरीबों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. यहां की सरकार नहीं चाहती कि गरीबों को इसका लाभ मिले.
उन्होंने कहा- हम किसान सम्मान निधि के तहत हर साल किसानों को रुपये दे रहे हैं, लेकिन ओडिशा के किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. यहां की सरकार ने लाभार्थी किसानों की सूची देने की जहमत नहीं उठाई. हाल ही में मीडिया में पता चला था कि किसानों के नाम पर यहां फर्जी रूप से मदद देने का खेल खेला जा रहा है. जो देश का नुकसान करेगा, उसका खुद का नुकसान होगा.
पीएम ने कहा- ओडिशा की सरकार ने आपके जीवन को प्राथमिकता दी होती तो विकास के और अधिक काम यहां होते. जिस तरह बीजेपी शासित राज्यों में अनेक कार्य हो रहे हैं, वो सारे काम यहां भी होते, अगर ओडिशा में बीजेपी की सरकार होती. मुझे विश्वास है कि विधानसभा चुनाव में आप इस कमी को पूरा करेंगे. यहां जो लोग सरकार में बैठेंगे, उन्होंने टेकेन फॉर ग्रांटेड मान रखा है. बीजेपी सरकारों का डबल इंजन ओडिशा को और आगे ले जाएगा और इससे देश भी आगे बढ़ेगा.
Source : News Nation Bureau