पीलीभीत.:
बीजेपी (BJP) नेता और सुलतानपुर से प्रत्याशी मेनका गांधी (Maneka Gandhi)के मुसलमान मतदाताओं को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद अब उनके सुपुत्र और पीलीभीत से बीजेपी प्रत्याशी वरुण गांधी ने मुस्लिम वोटों की जरूरत नहीं होने की बात कही है. हालांकि उनका अंदाज और शैली अपनी मां मेनका गांधी से बिल्कुल उलट रही. ऐसे में इस बयान की पूरे संसदीय इलाके में चर्चा हो रही है.
यह भी पढ़ेंः नामांकन के दौरान मनोज तिवारी के साथ रहीं सपना चौधरी ने बीजेपी को लेकर कहीं ये बड़ी बातें
पीलीभीत में रविवार देर शाम एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए वरुण गांधी ने कहा, 'मैं अपने मुस्लिम भाईयों से सिर्फ एक बात कहना चाहता हूं. अगर आप मुझे वोट करेंगे, तो मुझे बहुत खुशी होगी. हालांकि यदि आप मुझे वोट नहीं करते हैं, तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं होगी. आप फिर भी मेरे पास अपने काम के लिए आ सकते हैं.'
यह भी पढ़ेंः न 'बजरंग अली', न बजरंगबली, कल वोटर होंगे महाबली, लिखेंगे आजम खान, जया प्रदा की तकदीर
वरुण गांधी ने मुस्लिम वोटरों को अपना पक्ष और स्पष्ट करते हुए कहा, 'लेकिन यदि आपकी चीनी मेरी चाय में मिल जाती है, तो मेरी चाय और भी मीठी हो जाएगी.' जाहिर है कि वरुण गांधी की मुस्लिम वोटरों (Muslim voters) को लेकर की गई टिप्पणी अपनी मां मेनका गांधी से बिल्कुल उलट है. गौरतलब है कि मेनका गांधी ने सुलतानपुर में 12 अप्रैल की रैली में कहा था कि मुस्लिमों के वोट से या उसके बगैर बीजेपी संसदीय चुनाव जीतने जा रही है. ऐसे में मुस्लिमों को समझ लेना चाहिए कि सत्ता में बीजेपी के आने के बाद उन्हें अपने काम के लिए हमारे पास आना ही पड़ेगा.