/newsnation/media/post_attachments/images/2019/05/09/rajeevgandhi-71.jpg)
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (फाइल फोटो)
भारतीय जनता पार्टी ने बोफोर्स, आईएनएस विराट के बाद अब 1984 के सिख विरोधी दंगों का मुद्दा उठाया है. पार्टी ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल BJP4India पर लिखा है कि नानावटी आयोग ने सिख विरोधी दंगों को सबसे बड़ृा नरसंहार करार दिया था. तत्कालीन सरकार ने अपने ही नागरिकों को मारने का काम किया था. बीजेपी के टि्वटर हैंडल के अनुसार, ऐसा करने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यालय से आदेश आया था. ट्वीट में आगे लिखा गया है कि देश को अब भी इस कृत्य के लिए न्याय का इंतजार है.
It’s on record of Nanavati Commission that probed the 1984 anti-Sikh riots, the biggest genocide of India in which the government killed its own citizens, that instructions to kill came directly from the then PM Rajiv Gandhi’s office.
— BJP (@BJP4India) May 9, 2019
The country awaits justice for this karma. pic.twitter.com/UouJo7Pq75
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान की रैली में कहा था, देश की रक्षा करने वालों को अपनी जागीर कौन समझता रहा है. यह मैं आज दिल्ली की धरती से उन लोगों की आंख में आंख मिलाकर देश और दिल्ली की जनता को बताना चाहता हूं कांग्रेस के नामदार परिवार ने आईएएनएस विराट का व्यक्तिगत टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया. उसका अपमान किया था जब वो देश के पीएम थे.
पीएम मोदी ने आरोप लगाया था कि राजीव गांधी न सिर्फ खुद के परिवार को लेकर युद्धपोत पर छुट्टी मनाने गए बल्कि अपने ससुराल वाले लोगों को भी उस पर घुमाकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया. पीएम मोदी ने कहा इतना ही नहीं राजीव गांधी ने छुट्टी मनाने के दौरान सेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल भी अपने संबंधियों के लिए किया और जवानों को उनकी सेवा में लगाए रखा. क्या यह सेना और देश का अपमान नहीं है.
वहीं प्रतापगढ़ की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी का नाम लिए बगैर कहा था, आपके राज दरबारियों ने आपके पिताजी को गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था. लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया. नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा. ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता.