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लोकसभा चुनाव-2019 (Loksabha Election-2019) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से लेकर कांग्रेस हर मोर्चे पर कम कस कर चुनावी तैयारी में लग गई है. चुनाव आयोग मार्च महीने के पहले हफ्ते में चुनावी महासमर के तारीखों का ऐलान कर सकती है लेकिन उससे पहले लोगों के मन में यह सवाल उठने लगे हैं कि अबकी बार किसकी सरकार. इसी सवाल का जवाब तलाशने के लिए आपके पसंदीदा समाचार चैनल (News Nation) न्यूज नेशन (NN Opinion poll) के ओपिनियन पोल का कारवां जम्मू-कश्मीर से होते हुए हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, के बाद अब उत्तराखंड पहुंच चुका है.
उत्तराखंड में ओपिनियन पोल के जो आंकड़े सामने आए हैं वो बीजेपी के राहत लेकर आए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में राज्य के सभी 5 सीटों पर जीतने वाली बीजेपी को इस बार 1 सीट का नुकसान हो सकता है . वहीं छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराने वाली कांग्रेस के लिए इस बार राहत की खबर है. पिछले चुनाव में कांग्रेस के झोली में एक भी सीट नहीं आई थी, लेकिन इस बार उसे 1 सीट मिल सकती है.
किसी पार्टी को कितने वोट और सीट
लोकसभा 2019 में उत्तराखंड (5 लोकसभा सीट) में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती है ? न्यूज नेशन के विश्वसनीय ओपिनियन पोल के आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में 5 सीट में से 4 सीट बीजेपी को मिलती दिख रही है. वहीं, कांग्रेस के खाते में 1 सीट जाने का अनुमान है. उत्तराखंड में अगर वोट शेयरिंग की बात करें तो यहां सत्ताधारी बीजेपी को 42 फीसदी वोट मिलने की संभावना है, वहीं कांग्रेस को 34 फीसदी वोट मिल मिलने का अनुमान है. जबकि अन्य को 7 फीसदी लोगों का वोट मिल सकता है. वहीं 17 फीसदी लोगों ने किस पार्टी को वोट देना है इस पर अभी अपना मन नहीं बनाया है.
सामान्य वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण के फैसले का बीजेपी को मिलेगा फायदा
उत्तराखंड की आम जनता से जब हमने पूछा कि सरकार ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का जो फैसला किया है इसका चुनाव में बीजेपी को फायदा मिलेगा तो ओपिनियन पोले के आंकड़ों के मुताबिक करीब 48 प्रतिशत लोगों को मानना है कि इसका फायदा बीजेपी को मिलेगा. जबकि 26 फीसदी लोगों का मानना है कि इसका फायदा चुनाव में बीजेपी को नहीं होने वाला है. वहीं इतने ही यानि की 26 प्रतिशत लोगों ने इस बाबत कोई राय नहीं बना पाए.
क्या राफेल मुद्दे पर राहुल के आरोपों में है दम
देश में राफेल फाइटर जेट पर कथित घोटाले का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी के आरोपों पर जब न्यूज नेशन के ओपिनियन पोल में सवाल पूछ गया तो करीब 37 फीसदी जनता का मानना है कि राहुल के आरोपों में दम है वहीं राज्य के 35 फीसदी लोग राहुल के आरोपों के पक्ष में नहीं दिखे जबकि 35 फीसदी लोग इस पर कोई भी राय व्यक्त नहीं कर पाए.
उत्तराखंड के लोगों के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा
जब न्यूज नेशल के ओपिनियन पोल में उत्तराखंड की जनता से सवाल पूछ गया कि इस लोकसभा चुनाव में उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा तो बाकी प्रदेशों की तरह इसके जवाब में वहां की 29 फीसदी जनता ने कहा महंगाई उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा है. जबकि 13 फीसदी लोगों ने महंगाई को तो 11 फीसदी लोगों ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा माना.
उत्तराखंड में पीएम पद की पहली पसंद कौन ?
हिंदी क्षेत्र के तीन बड़े राज्यों में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है. इस बात की तस्दीक हमारे ओपिनियन पोल के भी आंकड़े कर रहे हैं. जब हमने उत्तराखंड के लोगों से पूछा कि आपके पीएम पद की पहली पसंद कौन हैं तो यहां के लोगों ने पीएम उम्मीदवार के चेहरे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज्यादा विश्वास जताया है. आकंड़ों के मुताबिक राज्य की 52 फीसदी जनता नरेंद्र मोदी को पीएम पद की पहली पसंद मानते हैं तो वहीं 23 फीसदी लोग राहुल गांधी को बतौर पीएम अपनी पहली पसंद मान रहे हैं.
उत्तराखंड के लोग बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं ?
उत्तराखंड में चुकी बीजेपी की सरकार है, लेकिन जब लोगों से एनडीए सरकार के कामकाज के बारे में पूछा गया तो 49 फीसदी लोगों ने कहा कि वो मोदी सरकार के कामकाज से खुश है. जबकि 39 प्रतिशत लोगों ने माना कि वो वर्तमान सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं. जबकि 12 प्रतिशत लोग इस पर अपनी कोई राय नहीं बना पाए.
क्या आप उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं ?
उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बने हुए अब काफी वक्त हो चुका है. पहाड़ी राज्य के 45 प्रतिशत लोग त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार के कामकाज से खुश नजर आए. जबकि 31 फीसदी लोग रावत सरकार से खुश नजर नहीं आए. वहीं 24 प्रतिशत जनता इस मामले में अपनी कोई भी राय नहीं बना पाई.
क्या मोदी सरकार पाकिस्तान को दे रही है करारा जवाब
जब हमने ओपिनियन पोल में उत्तराखंड की जनता से पूछा कि क्या दुश्मन देश पाकिस्तान को मोदी सरकार करारा जवाब दे ही है तो राज्य की 46 फीसदी जनता इस पर संतुष्ट नजर आई. वहीं राज्य की करीब 41 फीसदी लोगों ने ओपिनियन पोल में माना कि सरकार मुंहतोड़ जवाब नहीं दे पा रही है. वहीं करीब 13 फीसदी जनता इस सवाल पर अपना कोई भी राय नहीं बना पाई.
उत्तराखंड की समस्या को बेहतर ढंग से कौन से पार्टी उठा सकती है ?
ओपिनियन पोल के तहत जब हमने राज्य की जनता से पूछा कि आपके मुद्दे को कौन सी पार्टी बेहतर ढंग से उठा सकती है तो इसके जवाब में ज्यादातर लोगों का जवाब बीजेपी के पक्ष में था. आंकड़ों के मुताबिक राज्य की 39 फीसदी जनता ने माना की बीजेपी मुद्दों को बेहतर ढंग से उठा सकती है जबकि 27 फीसदी लोगों ने माना कि उनकी समस्या को कांग्रेस ज्यादा बेहतर ढंग से उठा सकती है. जबकि अन्य पार्टियों पर 11 प्रतिशत लोगों ने विश्वास जताया है. वहीं 23 प्रतिशत लोगों ने कोई राय नहीं बनाई है.
मोदी सरकार का ध्यान विकास पर है या राजनीति पर ?
ओपिनियन पोल में जब हमने राज्य की जनता से पूछा कि आपको क्या लगता है कि मोदी सरकार का ध्यान विकास पर है या राजनीति पर तो 43 प्रतिशत जनता का मानना था कि विकास पर सरकार का ध्यान है. जबकि 41 प्रतिशत लोगों ने मानना कि मोदी सरकार विकास की बजाय राजनीति पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही है. वहीं 16 प्रतिशत लोगों ने इल मुद्दे पर कोई राय नहीं बना पाए.
उत्तराखंड ओपिनियन पोल के आंकड़ों को देखें तो इस राज्य में बीजेपी करीब करीब 2014 के नतीजों को दोहराती हुई नजर आ रही है. हालांकि बीजेपी को पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 1 सीट का नुकसान होता भी दिख रहा है. लोगों का भरोसा बीजेपी और मोदी सरकार पर ज्यादा है.
Source : News Nation Bureau