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BJP मैनिफेस्टो पर महबूबा मुफ्ती ने दी सरकार को धमकी, ट्वीट कर कहा यह

इसके चलते देश के दो बड़े राष्ट्रीय दल कांग्रेस और बीजेपी ने क्रमश: शनिवार और सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया.

Updated on: 08 Apr 2019, 06:32 PM

नई दिल्ली:

देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है इसके बाद से ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई हैं. इसके चलते देश के दो बड़े राष्ट्रीय दल कांग्रेस और बीजेपी ने क्रमश: शनिवार और सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. बीजेपी के घोषणा पत्र जारी होने के बाद देश की राजनीति में बयानवाजी तेज हो गई है. पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं ने इस पर टिप्पणी की है. जिसके जवाब में बीजेपी नेताओं ने भी पलटवार किया है.

सोमवार को बीजेपी का घोषणा पत्र जारी होने के बाद पीडीपी नेता और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के घोषणा पत्र में धारा 370 और अनुच्छेद 35A को रद्द करने की बात पर कहा कि जम्मू कश्मीर एक बारूद के ढेर पर बैठा है मुफ्ती ने कहा, अगर ऐसा होता है तो ने केवल कश्मीर बल्कि देश का अन्य क्षेत्र भी जल उठेंगे. पीडीपी नेता ने कहा, इसलिए में बीजेपी से अपील करती हूं कि कृप्या आग से न खेलें.

वहीं कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि बीजेपी का घोषणा पत्र झूठ का गुब्बारा है. बीजेपी चुनाव में जो वादे करती है, वे पूरे नहीं हो पाते हैं. बीजेपी का घोषणापत्र साइट पर ही रह जाता है. अहमद पटेल ने कहा, पीएम मोदी खुद को कभी चायवाला, कभी चौकीदार, कभी कामदार और कभी फकीर कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी के संकल्‍प पत्र और कांग्रेस के घोषणा पत्र के बीच साफ अंतर इसके कवर पेज पर ही देखा जा सकता है.

हमारे कवर पर लोगों का समूह है वहीं बीजेपी के संकल्‍प पत्र के कवर पेज पर केवल एक ही आदमी की तस्वीर है. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी को संकल्‍प पत्र के बजाए माफीनामे के साथ आना चाहिए था.

इसके जवाब में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह जानकारी नहीं दी कि देश को सुशासन की ओर कैसे ले जाना है. आतंकवाद से कैस लड़ना है. पियूष गोयल ने कहा, कि कांग्रेस तुष्टीकरण और वंशवाद की राजनीति से ऊपर नहीं उठ सकी है.