पश्चिम बंगाल में एक दिन पहले यानी आज रात 10 बजे से अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा. चुनाव आयोग ने बंगाल में हिंसा को देखते हुए चुनाव को एक दिन पहले रोकने का फैसला लिया है. हालांकि चुनाव आयोग का यह फैसला विवादों में आ गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाया है. ममता बनर्जी ने कहा, 'हम लोगों का कल बैठक होने वाला था, इसे रद्द क्यों किया गया. क्या सिर्फ पीएम बैठक कर सकते हैं? क्या हमारे पास कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है? जो सिर्फ चुनाव आयोग कहेगा वो होगा. वे 24 घंटे पहले हमारे अभियान को रोक दिया, अब हमें अपनी बैठकों को समायोजित करना होगा.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चुनाव आयोग को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, 'वे मोदी जी की रैली और कैंपेन होने के बाद चुनाव प्रचार रोकने का फैसला लिया. इससे साफ हो जाता है कि चुनाव आयोग पूरी तरह एक तरफा है. यह हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है.
इसे भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी की रैली पर समर्थकों संग धावा बोल सकती हैं ममता बनर्जी, एसपीजी का अलर्ट
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 19 मई को होने वाले अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार पर गुरुवार रात 10 बजे के बाद से रोक लगा दी है. चुनाव प्रचार को वास्तव में शुक्रवार शाम पांच बजे समाप्त होना था, लेकिन राज्य में समय से पहले ही इस पर रोक लगा दी गई है. यह घोषणा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मंगलवार को रोडशो के दौरान हुई हिंसा के बाद लिया गया है.
HIGHLIGHTS
- चुनाव आयोग पर बरसे ममता-केजरीवाल
- पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार रोकना एकतरफा फैसला
- पीएम के कार्यक्रम खत्म होने के बाद रोका गया चुनाव प्रचार क्यों?
Source : News Nation Bureau