Maharashtra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कल देश में पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ है. मैं वोटिंग करने वाले सभी लोगों को, विशेषकर हमारे first time voters को बहुत बहुत बधाई देता हूं और उनका आभार भी व्यक्त करता हूं. मतदान के बाद अलग-अलग लोगों ने बूथ लेवल तक का जो विश्लेषण किया और जो जानकारियां मिल रही हैं, उससे ये विश्वास पक्का हो रहा है कि पहले चरण में NDA के पक्ष में एकतरफा मतदान हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल तो विश्व में भारत के महात्म्य के वर्ष हैं. इसलिए अधिक मतदान हमारी लोकतांत्रिक ताकत का परिचय दे रहा है. वोटर भी देख रहे हैं कि कैसे INDI अलायंस के लोग अपने स्वार्थ में, अपने भ्रष्टाचार को बचाने के लिए एक साथ आए हैं. इसलिए खबर यही हैं कि पहले चरण में मतदाताओं ने INDI अलायंस को पूरी तरह नकार दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये लोग दावें जो भी करें, लेकिन सच्चाई यही है कि चुनाव की घोषणा से पहले से ही कांग्रेस के नेता अपनी हार मान चुके हैं. इसीलिए कुछ नेता, जो लगातार लोकसभा में जीतकर आते थे, इसबार वो राज्य सभा के रास्ते से अंदर जाकर बैठ गए हैं. हालात ये हैं कि INDI अलायंस वालों को इस चुनाव में लड़ने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं. ज्यादातर सीटों पर इनके नेता प्रचार करने ही नहीं जा रहे. कांग्रेस के शहजादे को भी वायनाड में संकट दिख रहा है. शहजादे और उनकी टोली 26 अप्रैल को वायनाड में वोटिंग का इंतजार कर रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे ही वहां 26 अप्रैल को वहां वोटिंग पूरी हो जाएगी, ये शहजादे के लिए एक और सुरक्षित सीट घोषित कर देंगे. कांग्रेस का ये परिवार आजादी के बाद पहली बार खुद कांग्रेस को ही वोट नहीं देगा. क्योंकि जहां वो रहते हैं, वहां कांग्रेस का उम्मीदवार ही नहीं है. जिस परिवार के भरोसे कांग्रेस चलती है, वो परिवार खुद कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएगा. कांग्रेस गरीब, दलित, वंचित, मजदूर, किसान के विकास के सामने हमेशा दीवार बनकर खड़ी रही है. आज NDA सरकार गरीब के लिए कोई काम करती है तो कांग्रेस उसका मजाक उड़ाती है. कांग्रेस ने दशकों तक महाराष्ट्र और खासकर विदर्भ एवं मराठवाड़ा के विकास का दम घोंटने का काम किया है. कांग्रेस के रवैये के कारण यहां किसान गरीब होते गए, उद्योगों से जुड़ी संभावनाएं खत्म होती चली गई, लाखों युवाओं को पलायन करना पड़ा.
Source : News Nation Bureau