आगामी लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन की राजनीति को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है. अपने पुराने सहयोगियों को बनाए रखने के साथ-साथ नए साथियों की तलाश भी जारी है. बात सिर्फ गठबंधन को मजबूत और व्यापक बनाने पर चल रही है. बिहार में सीट शेयरिंग का मुद्दा एनडीए ने सफलता से निपटा लिया है. लेकिन यूपी में पेंच कुछ फंसता ही जा रही है. एक यहां ओमप्रकाश राजभर आए दिन पार्टी को अपनी बातों से कुछ इशारा कर रहे हैं वहीं अब एनडीए गठबंधन के अन्य सहयोगी अपना दल ने की ओर से भी कुछ ऐसा इशारा आ रहा है कि पार्टी बीजेपी से खुश नहीं है.
सूत्रों के हवाले से ख़बर आ रही है कि बीजेपी और अपना दल के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. लोकसभा सीटों को लेकर मामला फंसा हुआ बताया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी और अपना दल में सबकुछ ठीक नहीं है.
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले अपना दल के नेता आशीष पटेल ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी पर उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया था. मीडिया से बातचीत के दौरान आशीष पटेल ने कहा था, 'प्रदेश की बीजेपी हमें उचित सम्मान नहीं दे रहे हैं. उन्हें हाल ही मिली हार से कुछ सीखना चाहिए. एसपी-बीएसपी गठबंधन हमारे लिए चुनौती है. उत्तर प्रदेश में एनडीए के सहयोगी इससे चिंतित है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व को कुछ करना चाहिए नहीं तो यूपी में एनडीए को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.'
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व के प्रति आशीष पटेल ने नाराज़गी जाहिर की. उन्होंने कहा कि न केवल अपना दल बल्कि बीजेपी के भी कई विधायक, सांसद और मंत्री प्रदेश शासन से नाराज हैं.
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को उत्तर प्रदेश में सम्मान न मिलने को लेकर अपना दल नाराज़ है. आशीष पटेल ने कहा कि अनुप्रिया पटेल को वाराणसी में आयोजित कार्यक्रमों में भी अनुप्रिया पटेल को नहीं बुलाया जाता. यहां तक कि उन्हें मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जाता. पत्रकारों से बातचीत के दौरान आशीष पटेल ने बीएसपी प्रमुख मायावती की तारीफ की. उन्होंने मायावती सरकार के दौरान कानून व्यवस्था की तारीफ की. अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) बीजेपी की सहयोगी पार्टी है.
Source : News Nation Bureau