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क्या इस बयान की वजह से डूब गई कांग्रेस की नाव, करारी हार को जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे राहुल गांधी

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस की इस बड़ी हार के पीछे यह वजह हो सकती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के सलाहकार सैम पित्रोदा की.. जिनका एक बयान ''हुआ तो हुआ'' कांग्रेस को ले डूबा.

Updated on: 23 May 2019, 05:43 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र लगातार दूसरी बार देश में बीजेपी की सरकार बनाने जा रहे हैं. इसके लिए अब महज औपचारिक ऐलान किया जाना बाकी है. चुनाव के नतीजों से पहले तक बीजेपी की ऐसी प्रचंड जीत की कल्पना किसी भी ने भी नहीं की थी. लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न सिर्फ बीजेपी बल्कि उनके सहयोगी दलों ने भी शानदार जीत की ओर हैं. कांग्रेस के लिए यह एक आत्ममंथन का विषय है कि चुनाव तक राहुल गांधी के नेतृत्व में यूपीए की जीत के भी काफी दावे किए जा रहे थे लेकिन वे सभी दावे महज कागजों में सिमट कर रह गए.

आज हम आपको बीजेपी के पाले में पड़े जनमत की एक ऐसी वजह बताने जा रहे हैं, जिस पर कांग्रेस को भी गंभीरता से सोचना चाहिए. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस की इस बड़ी हार के पीछे यह वजह हो सकती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के सलाहकार सैम पित्रोदा की.. जिनका एक बयान ''हुआ तो हुआ'' कांग्रेस को ले डूबा. बता दें कि पित्रोदा का ये बयान 1984 के दंगों में मारे गए सिखों पर दिया गया था. पित्रोदा के इस बयान पर खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी नाराजगी जाहिर की थी और उन्हें माफी मांगने के लिए कहा था.

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने अपने सुपरहिट पंचलाइन ''अब होगा न्याय'' की अच्छी-खासी बनाई गई छवि को पित्रोदा के शर्मनाक बयान से बर्बाद कर दिया. बता दें कि नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में कांग्रेस के इन्हीं बयानों को अपना हथियार बनाया और लोकसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया. नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी रणनीतियों में कांग्रेस की ऐसी ही 'छोटी-छोटी मगर मोटी बातों' को उठाया और जनता के अपनी चुनावी रैलियों में जनता के सामने अपने ही अंदाज में पेश किया.