लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजनीतिक दल एक दूसरे के बड़े नेताओं को तोड़ने में लगे हैं.एक बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हो गए.
Delhi: Former Congress MP from Haryana Arvind Sharma joins BJP in presence of Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar pic.twitter.com/KNT9wsaShQ
— ANI (@ANI) March 15, 2019
हरियाणा कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे अरविंद शर्मा ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की उपस्थिति में अरविंद शर्मा ने बीजेपी की सदस्यता ली. एक दिन पहले ही अरविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मुलाकात की थी.
अरविंद शर्मा ने पिछला विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था. उससे पहले 2014 में लोकसभा चुनाव कांग्रेस से लड़े थे, लेकिन बीजेपी के अश्विनी चोपड़ा से हार गए थे. इसके बाद उन्होंने बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली थी और बसपा ने उन्हें अपना सीएम पद का उम्मीदवार भी घोषित किया था.
अरविंद शर्मा विधानसभा चुनाव में 2 सीटों से चुनाव लड़े थे, लेकिन बुरी तरह हार गए थे. 2016 में बसपा छोड़ वे फिर कांग्रेस में शामिल हो गए. वे 1996 में 11वीं लोकसभा के चुनाव में सोनीपत सीट से निर्दलीय जीते थे.
अरविंद शर्मा इसके बाद शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष रहे और रोहतक लोकसभा से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए. फिर कांग्रेस में शामिल हो गए और करनाल लोकसभा से 2004 और 2009 में चुनाव लड़ा. दोनों बार वे जीत गए पर तीसरी बार बीजेपी के अश्विनी चौपड़ा ने उनके विजयरथ को रोक दिया.
वहीं बीएसपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए ये हका था कि वह किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ हाथ नहीं मिलाएगी. इसके बाद दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बीएसपी को तगड़ा झटका दिया है. BSP के दक्षिणी दिल्ली प्रभारी व बिजवासन से 2015 का चुनाव लड़े योगेश गौड़, आजाद हिंद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कृष्णपाल गहलोत अपनी पूरी स्टेट पार्टी के साथ व नजफगढ़ से 2017 में बीएसपी उम्मीदवार के रूप में निगम चुनाव लड़े रघुनंदन शर्मा, उमेद खान, ओमकार सिंह अपने साथियों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए. इन सभी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित की मौजूदगी में पार्टी में शामिल कराया गया.