पहले केंद्र में बीजेपी को फिर बिहार में महागठबंधन (जेडीयू,आरजेडी,कांग्रेस) को जीत का सेहरा पहनाने वाले प्रशांत किशोर (prashant kishor) महाराष्ट्र का रूख कर सकते हैं. चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (prashant kishor) शिवसेना (Shiv Sena) के लिए आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में रणनीति बनाने का प्रस्ताव दिया है. मंगलवार (5 फरवरी) को मुंबई में प्रशांत किशोर (prashant kishor) शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) और उनक बेटे अमित ठाकरे से मुलाकात की.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशांत किशोर (prashant kishor) ने शिवसेना (Shiv Sena) को आगामी चुनावों में उसी तरह से मदद करने का प्रस्ताव दिया है, जैसी उन्होंने 2014 के चुनाव में बीजेपी की की थी. इस बैठक में सभी सांसद मौजूद थे.
बता दे कि शिवसेना (Shiv Sena) अभी बीजेपी की केंद्र और राज्य में सहयोगी दल है. हालांकि लोकसभा चुनाव में यह साथ बना रहेगा या नहीं इसपर अभी तक कुछ साफ नहीं हो पाया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रशांत किशोर (prashant kishor) ने बैठक में यह बता दिया है कि वे शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी के संभावित गठबंधन में कोई भूमिका निभाने नहीं जा रहे और न ही उनका उद्देश्य जेडीयू और शिवसेना (Shiv Sena) को करीब लाने का है. वो एक चुनावी रणनीतिकार की भूमिका निभाना चाहते हैं.
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बता दें कि 2014 में प्रशांत किशोर (prashant kishor) पीएम नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान की कमान संभाली थी. लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मतभेद होने की वजह से जेडीयू का दामन थामा और जेडीयू के लिए काम करने लगे. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई. 2015 में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनाने में अहम रोल निभाया. इसके बाद प्रशांत किशोर (prashant kishor) कांग्रेस के लिए भी काम किया. 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के पंजाब और उत्तर प्रदेश में चुनावी अभियान में वो कांग्रेस के साथ जुड़े.
Source : News Nation Bureau