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मायावती, राहुल गांधी और अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने कुछ प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने एक तो समाजवादी पार्टी ने दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी है. प्रत्याशियों की घोषणा हो जाने से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद ही अब कांग्रेस सपा-बसपा के गठबंधन में शामिल हो पाए, लेकिन अंदरखाने इसके प्रयास चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के लिए कांग्रेस सपा और बसपा को महाराष्ट्र में कुछ सीटों का लालच दे रही है. महाराष्ट्र में कांग्रेस बीएसपी को दो और सपा को एक सीट दे सकती है, बशर्ते दोनों दल उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को गठबंधन में शामिल कर लें.
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दलित-मुस्लिम वोट बैंक को अपनी ओर लाने के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस ने पहले प्रकाश आंबेडकर और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया था पर बात नहीं बनी. बताया जाता है कि प्रकाश अंबेडकर महाराष्ट्र में 24 सीटें मांग रहे थे, लिहाजा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने बात आगे नहीं बढ़ाई. महाराष्ट्र में 11.5 % मुस्लिम और 7% दलित वोट हैं. सपा और बसपा को अपने पाले में लाने के लिए महाराष्ट्र के नेता सेकुलर वोटों के बिखराव को रोकने का हवाला दे रहे हैं. अगर बात बन गई तो दोनों दलों को कौन-कौन सी सीटें दी जाएंगी, यह वरिष्ठ नेताओं के बीच बातचीत में तय होगा.
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अभी की बात करें तो महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से 26 पर कांग्रेस और 22 पर एनसीपी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. अगर सपा और बसपा भी गठबंधन में शामिल होती हैं तो कांग्रेस अपने कोटे से दो और एनसीपी एक सीट छोड़ सकती है.
Source : News Nation Bureau