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लोकसभा चुनाव की मतगणना आज, सभी तैयारियां पूरी, परिणाम आने में हो सकती है देरी

लोकसभा (LOk sabha Election 2019) की 543 में 542 सीटों पर चुनाव के लिए सात दौर की वोटिंग के बाद गुरुवार को मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज वोटों की गिनती के बाद पता चल जाएगा कि देश की जनता ने अगले पांच साल देश को चलाने के लिए किसी कमान सौंपी है.

Updated on: 23 May 2019, 04:42 AM

highlights

मतगणना की तैयारी पूरी

आज लोकसभा चुनाव का आएगा रिजल्ट

 चुनाव परिणाम घोषित होने में थोड़ा विलंब हो सकता है

नई दिल्ली:

लोकसभा (LOk sabha Election 2019) की 543 में 542 सीटों पर चुनाव के लिए सात दौर की वोटिंग के बाद गुरुवार को मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज वोटों की गिनती के बाद पता चल जाएगा कि देश की जनता ने अगले पांच साल देश को चलाने के लिए किसी कमान सौंपी है. सभी लोकसभा सीटों (Lok sabha Seats) के लिए बनाए गए मतगणना केन्द्रों ( Counting Center) सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election 2019) में पहली बार ईवीएम (EVM) के मतों का सत्यापन करने के लिए वीवीपीएटी की पर्चियों से मिलान किए जाने के कारण चुनाव परिणाम घोषित होने में थोड़ा विलंब होने की संभावना से चुनाव आयोग (Election Commission) ने इनकार नहीं किया है.

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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में किसी एक विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं पांच मतदान केन्द्रों की वीवीपीएटी मशीनों की पर्चियों का मिलान ईवीएम के मतों से किया जाएगा. इस बाध्यता का हवाला देते हुए आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि देर शाम तक परिणाम (Election Result) आने की संभावना है.

सात चरण के मतदान के बाद 542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 23 मई को मतगणना के बाद होगा. तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर गड़बड़ी की शिकायतों के बाद आयोग ने मतदान स्थगित कर दिया था.

मतदान के बाद आए एक्जिट पोल के अधिकतर नतीजों में बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के फिर से सत्ता में आने की संभावना जताई गई है. हालांकि विपक्षी दलों ने एक्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए कांग्रेस सहित अन्य दलों की मौजूदगी वाले गठबंधन की सरकार बनने का दवा किया है.

लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुए मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सबसे अधिक मतदान है. चुनाव आयोग ने अभी तक गुरुवार को होने वाली मतगणना के केन्द्रों की संख्या उपलब्ध नहीं कराई है. प्रक्रिया के मुताबिक, सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी.

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ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं (सर्विस वोटर) की संख्या करीब 18 लाख है. इनमें सशस्त्र बल, केन्द्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस बल के जवान शामिल हैं जो अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर तैनात हैं. विदेश में भारतीय दूतावासों में पदस्थ राजनयिक और कर्मचारी भी सेवा मतदाता हैं. इन 18 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 16.49 लाख ने 17 मई को अपने अपने रिटर्निंग अधिकारियों को डाक मतपत्र भेज दिए थे.

चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हाथों से डाक मतपत्रों को गिनने के कारण लगने वाले अतिरिक्त समय को बचाने के लिये डाक मतपत्रों और ईवीएम के मतों की गणना एक साथ की जाएगी. चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे प्रमुख नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा विभिन्न केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित विभिन्न दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं.