कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को तेलंगाना में लोगों से कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को दिया गया वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस को जाएगा. यहां एक चुनावी जनसभा संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि टीआरएस और मोदी में गुप्त समझौता हुआ है. उन्होंने कहा, 'उनके बीच समझौता हुआ है। रिमोट कंट्रोल मोदी के हाथ में है.'
उन्होंने कहा कि टीआरएस ने विमुद्रीकरण और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को समर्थन दिया था और संसद में इसके सांसदों ने मोदी सरकार को पूरा समर्थन दिया था. उन्होंने यह भी कहा कि टीआरएस अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राफेल मुद्दे पर कुछ नहीं कहा.
उन्होंने कहा कि मोदी और केसीआर चुनाव से पहले एक-दूसरे की आलोचना कर नाटक कर रहे हैं, वास्तविकता में वे एक ही हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से सिर्फ कांग्रेस पार्टी लड़ रही है.
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उन्होंने कहा, 'यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है. एक विचारधारा भारत को विभाजित कर रही, समुदाय और जाति को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही है ताकि सिर्फ 15-20 लोगों को सारा फायदा मिल जाए. वहीं, दूसरी विचारधारा ऐसे भारत की है जहां सभी के लिए जगह है और सभी सुरक्षित हैं.'
गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में बेरोजगारी 45 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई लेकिन उन्होंने इस पर एक भी शब्द नहीं कहा.
उन्होंने कहा, 'चीन 24 घंटों में 50,000 रोजगार पैदा करता है और मोदी उन्हीं 24 घंटों में 27,000 भारतीय युवाओं का रोजगार छीनते हैं.'
नोटबंदी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने काले धन से लड़ाई के नाम पर आम आदमी को कतारों में खड़ा कर दिया.
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उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता कि इस इंसान के दिमाग में क्या आया. उन्होंने शाम आठ बजे से 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा कर दी. अर्थशास्त्रियों से पूछिए, वे कहेंगे कि यह पागलपन है.'
गांधी ने कहा कि मोदी चोरों के चौकीदार हैं जिन्होंने 15-20 लोगों को तीन लाख करोड़ का फायदा पहुंचाया है.
Source : IANS