logo-image

Lok Sabha Election 2019 : बेटा, बेटी और रिश्तेदार के लिए टिकट मांगें तो आपका टिकट कट सकता है नेताजी

भाजपा की गाइडलाइन में वंशवाद नहीं चलेगा लेकिन नेताजी के लिए इसका कोई मायने नहीं

Updated on: 05 Mar 2019, 04:03 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में लोक सभा चुनाव (LOK SABHA ELECTION) को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. चुनाव के लिए नेता भी जोर शोर से मेहनत कर रहे हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता को चुनाव प्रभारी बनाया है, लेकिन सभी प्रभारी चुनावी मैदान में कूदने को आतुर हैं. लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर मध्य प्रदेश में नेता अपने बेटे, बेटी और रिश्तेदार को टिकट दिलाने में जुट गए है. हालांकि भाजपा ने पिछले चुनाव में कहा था कि अब वंशवाद (NEPOTISM) नहीं चलेगा. यह कांग्रेस पार्टी नहीं है जो सिर्फ परिवारवाद पर चलता है.

ये भी पढ़ें - बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर राहुल गांधी से मांगा देशभक्ति का सबूत

जिसको भी अपने परिजनों के लिए टिकट चाहिए, वह पार्टी हाईकमान को लिख कर दें कि वह अपने लिए टिकट नहीं मांगेगे. भाजपा ने अपनी गाइडलाइन में ये बात साफ कही थी. लेकिन लोकसभा चुनाव आते ही सभी नेता अपना दांव खेलने लगे हैं. बताया जा रहा है कि गोपाल भार्गव अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं. वहीं गौरीशंकर बिसेन अपनी बेटी के लिए कवायद कर रहे हैं. उधर शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह भी विदिशा से चुनाव लड़ सकती हैं.