2019 का लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में है. छह चरण का मतदान हो चुका है. अब 19 मई को सातवें चरण के लिए मतदान होंगे. मतगणना 23 मई को किया जाएगा. लेकिन चुनाव के अंतिम चरण में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. जेडीयू ने फिर से अपनी पुरानी मांग पर लौट आया है. नीतीश कुमार ने एक बार फिर से केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. साथ ही नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की उस मांग का समर्थन किया है. जिसमें उन्होंने ओडिशा के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. उधर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि अब जब ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने विशेष दर्जा देने की मांग उठाई है, तो हम भी इसका समर्थन करते हैं. बिहार के लिए भी विशेष राज्य का दर्जा चाहते हैं.
आठ सीटों पर अभी होना है चुनाव
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में बिहार (Bihar) की आठ सीटों पर भी चुनाव होना है, जिनमें पटना साहिब, पाटलिपुत्र, जहानाबाद, नालंदा, सासाराम, काराकाट, बक्सर और आरा लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. बता दें कि बिहार में लोकसभा की 40 सीट है. जिसमें 17-17 सीटों पर बीजेपी और जेडीयू चुनाव लड़ रही है. वहीं 6 लोकसभा सीट पर लोजपा लड़ेगी.
संपूर्ण विकास का एक स्थाई समाधान हो
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बताया कि 23 मई के बाद जब नई सरकार केंद्र में कार्यभार संभालेगी, तो हम चाहते हैं कि वह वित्त आयोग से अपने संदर्भ की शर्तों को बदलने के लिए कहे. बिहार के संपूर्ण विकास का एक स्थाई समाधान तभी संभव हो सकता है, जब राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा प्राप्त हो.
नीतीश कुमार ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी बिहार को विशेष राज्य की दर्जे की मांग का समर्थन किया है. वहीं, जेडीयू के एमएलसी गुलाम रसूल बलयावी ने एक अलग बयान देते हुए कहा कि अगर एनडीए 2019 में सत्ता में आना चाहती है, तो उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनाव प्रचार अभियान में सबसे आगे रखना होगा. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
HIGHLIGHTS
- जेडीयू ने फिर से दोहरायी ये मांग
- नवीन पटनायक की मांग का किया समर्थन
- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की
Source : News Nation Bureau