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हिंदू हिंसक नहीं का दावा क्‍या सही है, माकपा नेता सीताराम येचुरी ने उठाए सवाल

धर्म के आधार पर बांटने वाले बयानों से चुनाव आयोग भले ही नेताओं को नोटिस दे रहा है या प्रचार से प्रतिबंधित कर दे रहा है, लेकिन नेता हैं कि मानते ही नहीं.

Updated on: 03 May 2019, 12:51 PM

नई दिल्‍ली:

धर्म के आधार पर बांटने वाले बयानों से चुनाव आयोग भले ही नेताओं को नोटिस दे रहा है या प्रचार से प्रतिबंधित कर दे रहा है, लेकिन नेता हैं कि मानते ही नहीं. आजम खान, सीएम योगी आदित्‍यनाथ, साध्‍वी प्रज्ञा आदि के बाद अब सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने सवाल किया है कि क्या हिंदू हिंसक नहीं है का दावा सही है?

सीताराम येचुरी ने कहा, "रामायण और महाभारत भी लड़ाई और हिंसा से भरी हुई थीं, लेकिन एक प्रचारक के तौर आप सिर्फ महाकाव्य के तौर पर उसे बताते हैं, उसके बाद भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं है." येचुरी ने कहा, "किसी एक धर्म को हिंसा से जोड़ने का क्या तर्क है और हम हिंदुओं को नहीं."

हिंदू मुद्दे पर जारी है विवाद
इस विवाद से पहले जब भारतीय जनता पार्टी ने मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से अपना प्रत्याशी बनाया, तब हिंदू आतंकवाद की थ्योरी पर जमकर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कई मौकों पर कहा कि कांग्रेस जिस हिंदू आतंकवाद के नाम पर हिंदुओं को बदनाम करती रही है, साध्वी प्रज्ञा उसी के खिलाफ हमारा जवाब है.