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कांग्रेस के कुछ नेता हमारी पीठ पर मार रहे छुरा, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे : कर्नाटक सीएम

जेडीएस ने एचडी कुमारस्वामी के 29 वर्षीय बेटे और कन्नड़ अभिनेता निखिल कुमारस्वामी को मांड्या लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है.

Updated on: 25 Mar 2019, 10:14 AM

बेंगलुरू:

लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को लेकर एक बार फिर बड़ा आरोप सामने आया है. कुमारस्वामी ने रविवार को मांड्या में कहा कि कांग्रेस में कुछ लोग मेरे उम्मीदवारों के लिए स्पीड ब्रेकर बनाने की कोशिश की. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे जनता दल (सेक्युलर) के नेताओं को ऐसा नहीं करने देंगे.

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के कुछ लोग मेरे उम्मीदवारों के लिए रुकावट पैदा करने की कोशिश की. मैं जेडीएस नेताओं को ऐसा नहीं करने दूंगा. मेरे लिए देश महत्वपूर्ण है. यह मायने नहीं रखता कि वे कितना मेरे उम्मीदवारों की पीठ में छुरा मारते हैं, जेडीएस कार्यकर्ता और मैं यह नहीं करूंगा.'

राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में चुनाव पूर्व गठबंधन किया है. लोकसभा चुनाव के लिए मतदान राज्य में दो चरणों में 18 व 23 अप्रैल को होने हैं. जेडीएस 8 सीटों पर और कांग्रेस 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा कि चुनाव के बाद मांड्या बीजेपी मुक्त हो जाएगी. उन्होंने कहा, 'निखिल (मुख्यमंत्री का बेटा) को हराने के लिए बीजेपी सहित कई लोगों ने हाथ मिला लिए हैं. उनकी जो भी प्लानिंग हो, निखिल को जीतने से रोकना संभव नहीं है.'

गौरतलब है कि जेडीएस ने एचडी कुमारस्वामी के 29 वर्षीय बेटे और कन्नड़ अभिनेता निखिल कुमारस्वामी को मांड्या लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. वहीं दक्षिण भारतीय बहुभाषी अभिनेत्री सुमालता भी मांड्या से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं.

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सुमालता कर्नाटक कांग्रेस के दिवंगत नेता एम.एच.अंबरीश की पत्नी हैं. अंबरीश का नवंबर 2018 में निधन हो गया था, उन्होंने लोकसभा में मांड्या का प्रतिनिधित्व किया था.

कांग्रेस नेता एन चालूवरायास्वामी द्वारा सामुलता को समर्थन करने पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'यह उनकी इच्छा है कि वे निखिल को समर्थन नहीं दें. पीठ पीछे वार करने से हम पर असर नहीं होने वाला है. जेडीएस कार्यकर्ता राज्य में सभी 20 संसदीय सीटों पर कांग्रेस की जीत के लिए काम करेंगे. देवगौड़ा और कुमारस्वामी इस धूर्त और बेईमान राजनीति से परेशान नहीं होने वाले हैं. मेरे पास अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की शक्ति है.'

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इससे पहले चुनाव में उतरने की घोषणा के बाद सुमालता ने स्वीकार किया था कि वह उम्मीद कर रही थीं कि कांग्रेस उन्हें इस लोकसभा सीट से मैदान में उतारेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि कांग्रेस ने अपने सहयोगी जेडी(एस) को यह सीट दे दी.