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बिग बॉस से हरियाणी डांसर सपना चौधरी को मिली शोहरत, अब राजनीति में रखेंगी कदम

12 साल की उम्र में पिता को खोने वाली सपना चौधरी ने ही अपने संघर्ष के दम पर अपने परिवार को पाला.

Updated on: 22 Mar 2019, 06:09 PM

नई दिल्ली:

12 साल की उम्र में पिता को खोने वाली सपना चौधरी ने ही अपने संघर्ष के दम पर अपने परिवार को पाला. हरियाणा के रोहतक में जन्मी सपना को उसके पहने गाने ने ही सुपरस्टार बना दिया था. गाने के बोल थे ' सॉलिड बॉडी '. एक गाने की बदौलत सपना कुछ ही दिनों में हरियाणा में ही नहीं बल्कि यूपी, राजस्थान, दिल्ली व पंजाब में भी फेमस हो गई. सपना का जन्म 25 सितंबर 1990 में रोहतक में मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था. शुरुआती शिक्षा रोहतक से की. पिता रोहतक में एक निजी कंपनी में काम करते थे. पिता के निधन के बाद मां नीलम चौधरी और भाई-बहनों की जिम्मेदारी सपना के कंधों पर आ गई. सिंगिंग और डांसिंग को न सिर्फ अपना करियर बनाया, बल्कि इसी के दम पर अपने पूरे परिवार को चलाया. सपना के पहले गाने ' सॉलिड बॉडी रै ' ने उन्हें चंद दिनों में ही हरियाणा की फेमस स्टार बना दिया था.

सपना चौधरी ( Sapna Chaudhary) की जिंदगी संघर्ष भरी रही है. सपना चौधरी ने बहुत कम उम्र में ऑर्केस्ट्रा पार्टी जॉइन कर ली थी. सपना चौधरी ने इस तरह एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा और फिर उन्हें पीछे मुड़कर देखने का मौका नहीं मिला. सपना चौधरी ( Sapna Chaudhary) ने ' बिग बॉस 11 ' में हिस्सा लिया था , और इस रियलिटी शो के जरिये उन्हें खूब लोकप्रियता और शोहरत मिली. इसके बाद सपना चौधरी को भोजपुरी सिनेमा ( Bhojpuri Cinema) और पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में भी मौका मिला.

सपना चौधरी ' दोस्ती के साइड इफेक्ट्स ' फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर चुकी हैं. हालांकि सपना चौधरी की बॉलीवुड फिल्म ' दोस्ती के साइड इफेक्ट्स ' बॉक्स ऑफिस पर कामयाब नहीं हो सकी. लेकिन हरियाणवी सॉन्ग्स से उनका जलवा पूरी तरह कायम है और सपना चौधरी के डांस ( Sapna Chaudhary Dance Video) वीडियो बदस्तूर सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं.

सपना चौधरी के गाने ' तेरी आंख्या का यो काजल ' की धूम, इंटरनेट पर वायरल हुए डांस वीडियो

सपना चौधरी ( Sapna Chaudhry) का फेमस गाना तेरी आंख्या का यो काजल ( Teri Aakhya ka yo Kajal Song) हरियाणवी म्यूजिक लवर्स के फेवरिट गानों में से एक है. यह गाना जगह-जगह डीजे पार्टी और शादियों में बजते हुए सुना जा सकता है. यहां गाना वैसे तो स्टार डांसर सपना चौधरी के डांस परफॉरमेंस के लिए फेमस रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं है. सोशल मीडिया पर तेरी आंख्या का यो काजल की धुन पर कई लोगों की डांस परफॉरमेंस दिख जाती है.

सपना चौधरी का गाना
मने पल पल याद तेरी सतावे भी काफी लोकप्रिय रहा है.

पसंद है स्‍टेज पर डांस

एक इंटरव्‍यू के दौरान जब सपना चौधरी से पूछा गया कि उन्‍हें फिल्‍मों में एक्‍टिंग करना सबसे ज्‍यादा भाता है या फिर स्‍टेज पर परफॉर्म करना. तो ऐसे में सपना ने बताया कि उन्‍हें स्‍टेज पर परफॉर्मेंस देना सबसे ज्‍यादा पसंद है. सपना चौधरी ने इसका कारण भी बताया. उन्‍होंने कहा कि क्‍योंकि यहां पर बहुत मेहनत से काम होता है. पांच मिनट और कोई रिटेक नहीं होता. कोई दुबारा गाना प्‍ले नहीं किया जाता. अगर फैंस ने वन्‍स मोर कह दिया तो पांच मिनट और लग जाते हैं वरना काम जल्‍दी खत्‍म हो जाता है. फिर पैसे लो और बात खत्‍म. पैसे लो घर आ कर आराम से सो जाओ.

गूगल में छाई रहीं सपना

सपना चौधरी साल 2018 में गूगल पर सर्वाधिक सर्च की गई हस्‍तियों में शामिल थीं. सपना चौधरी ने पिछले साल बिग बॉस के सीजन 11 में हिस्सा लिया था. उन्होंने शो पर भी अपने डांसिंग स्किल के जलवे खूब दिखाए थे. शो से निकलने के बाद तो सपना चौधरी की लाइफ पूरी बदल गई.

विवाद

17 फरवरी 2016 को गुड़गांव के चक्करपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में सपना चौधरी ने रागनी ' बिगड़ग्या ' गाई थी. इस रागिनी के जरिए उन्होंने दलितों पर सवाल उठाए थे और जातिसूचक शब्द बोले थे. इस पर दलित समाज बिगड़ गया और कहा गया कि गीत के माध्यम से उन्होंने पूरी जाति को ‘बावला’ कहकर अपमानित किया है. रागनी के बोलों पर आपत्ति जताते हुए हिसार में डोगरान मोहल्ला स्थित चौकी में बहुजन आजाद मोर्चा ने शिकायत दर्ज कराई. हालांकि मामले में सपना ने माफी मांग ली थी, लेकिन फेसबुक पर उनके खिलाफ अभियान छेड़ा गया था. जिस पर लगातार उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थीं. इससे परेशान होकर सपना चौधरी ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की, लेकिन उनकी जान बच गई.


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इंस्टाग्राम पर 17 लाख
फेसबुक पर 30 लाख
जाट समाज से आती हैं सपना चौधरी

इन इलाकों में मुख्य रूप से डाल सकती है प्रभाव

पश्चिमी उत्तर प्रदेश . हरियाणा , राजस्थान , दिल्ली में राजनीतिक रूप से जाटों का प्रभाव
यूपी की 15 लोकसभा सीट पर जाटों मतदाताओं का प्रभाव
हरियाणा की 9 लोकसभा सीट पर जाट मतदाताओं का प्रभाव
राजस्थान की 10 लोकसभा सीट पर जाट मतदाताओं का प्रभाव
दिल्ली की 2 लोकसभा सीट पर जाट मतदाताओं का प्रभाव