राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता जयदत्त क्षीरसागर बुधवार को शिवसेना में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि राकांपा में उन्हें घुटन महसूस हो रही थी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें शिव बंधन के प्रतीक स्वरूप एक लाल धागा बांध कर तथा पार्टी का एक छोटा झंडा भेंट कर उनका पार्टी में स्वागत किया. इस मौके पर क्षीरसागर ने कहा कि राकांपा में वह घुटन महसूस कर रहे थे और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार की इन परिस्थिति के लिए आलोचना की, जिनके कारण उन्हें शिवसेना में शामिल होना पड़ा.
ठाकरे ने कहा कि क्षीरसागर जैसे एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता के आने से उनकी पार्टी बीड और मराठवाड़ा में और मजबूत होगी. हालांकि उद्धव ने नई दिल्ली में मंगलवार को हुए राजग के रात्रिभोज के बारे में कुछ बताने से इंकार कर दिया.
ठाकरे ने एक्जिट पोल के अनुमानों पर भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, जिसमें बीजेपी को भारी बहुमत मिलता दिखाया गया है. क्षीरसागर ने इसके पहले बुधवार को ही राकांपा से और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
ये भी पढ़ें: शिवसेना ने कांग्रेस की तारीफ में कहा- राहुल और प्रियंका गांधी ने चुनाव में कड़ी मेहनत की
कांग्रेस-राकांपा की पूर्व सरकार के दौरान उन्होंने मंत्री के रूप में कई विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी. लेकिन पिछले कुछ वर्षो से बीड में और क्षेत्रीय राजनीति में अपने भतीजे संदीप क्षीरसागर और नेता प्रतिपक्ष (विधान परिषद) धनंजय मुंडे द्वारा दरकिनार किए जाने से नाराज थे.
लोकसभा चुनाव में क्षीरसागर ने राकांपा उम्मीदवार बजरंग सोनावने की खुलकर खिलाफत की थी और बीजेपी उम्मीदवार प्रीतम मुंडे का समर्थन किया था.
Source : IANS