लोकसभा चुनाव 2014: जानें नरेंद्र मोदी के जुबानी हमलों का राहुल-प्रियंका ने कैसे दिया था जवाब
लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha elections 2019) के लिए कांग्रेस (Congress) ने प्रियंका (Priyanka Gandhi) के रूप जो पत्ता फेंका है ....
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha elections 2019) के लिए कांग्रेस (Congress) ने प्रियंका (Priyanka Gandhi) के रूप जो पत्ता फेंका है उसका मतदाताओं पर कितना प्रभाव पड़ेगा यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन आज हम बात करेंगे 2014 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2014) की. यह आम चुनाव (General elections) कांग्रेस के लिए बड़ा सबक लेकर आया था. कांग्रेस की बुरी हार हुई.
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चुनाव से पहले ही बीजेपी ने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया था और वह गुजरात से सिक्किम और कश्मीर से कन्याकुमारी तक कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमले बोल रहे थे. कांग्रेस की ओर से मोर्चा संभाला था राहुल गांधी ने जो उस पार्टी के उपाध्यक्ष थे. बीच-बीच में कई मंचों से प्रियंका गांधी भी फूफकारतीं रहीं. आइए जानें 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान तीनों नेताओं के जुबानी जंग को.
कांग्रेस और गांधी परिवार पर मोदी का वार
- उनका एजेंडा मोदी है, बीजेपी का एजेंडा भारत है
- मैंने चाय बेची है, लेकिन कभी अपना देश नहीं बेचा
- इस चुनाव में कांग्रेस किसी एक राज्य में भी दो अंकों के आंकड़े को नहीं छू पाएगी
- भाजपा विरोधी ताकतों का एक ही एजेंडा है मोदी रोको
- कांग्रेस और करप्शन जुड़वां बहनें हैं
- जिस 'मां-बेटा' की सरकार ने देश को बर्बाद कर दिया है, उसे सजा दो
- राजवंश लोकतंत्र का दुश्मन है
- किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए उसका घोषणापत्र गीता, कुरान और बाइबिल की तरह होना चाहिए
- शहजादे के घर में ऐसा भी जादूगर है जो 5 साल में 50 करोड़ बना लेता है
- अगर 1847 का स्वतंत्रता संग्राम कमल और रोटी के लिए था, तो 2014 का चुनाव कमल और मोदी के लिए है
- मैं तो इंतजार कर रहा था कि यूपी के मंत्री कहें भैंस चुराना धर्मनिर्पेक्षता के लिए खतरा है
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- जो बच्चे मुश्किल से मां-पापा कह पाते हैं, वे अबकी बार मोदी सरकार कह रहे हैं. यह लोकतंत्र की शक्ति है
- शहज़ादे के लिए गरीबी पर्यटन है, मैं जीवन में चाय बेचकर उठा हूं
- जितना अधिक आप मेरे ऊपर कीचड़ फेंकेंगे, उतना अधिक कमल खिलेगा
- आप मुझे एक मजबूत सरकार दीजिए, मैं आपको एक मजबूत भारत दूंगा
- कांग्रेस में दस-नंबरी गांधी हैं, वे दस-जनपथ पर रहते हैं
- भारत रिवर्स गियर में चल रहा है
- हम एक 'स्किल्ड इंडिया' चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने 10 साल में एक 'स्कैम इंडिया' बना दिया है
- राहुल का भाषण लोगों के मनोरंजन के लिए अच्छा है
- कांग्रेस लोकतंत्र के लिए खतरा है, क्योंकि यह वंशवादी है
- मुझे देश के लिए मरने का अवसर नहीं मिला है, लेकिन मुझे देश के लिए जीने का अवसर मिल गया है
- मैं मज़दूर नंबर 1 हूं
मोदी के हमले और राहुल गांधी का पलटवार
राहुल गांधी ने डोडा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि नहीं जानता कि वह (मोदी) अभी तक जाने कितने चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्होंने पहली बार यह खुलासा किया है कि वह विवाहित हैं. दिल्ली में वे महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं, लेकिन उनके हलफनामे में उनकी पत्नी के नाम का उल्लेख नहीं होता.
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सीतापुर: राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात सरकार महिलाओं की इज्जत नहीं करती, क्योंकि वह उनके फोन टैप कराती है. राहुल ने हरगांव में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी महिलाओं को सम्मान देने के बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि मोदी की गुजरात सरकार औरतों की इज्जत नहीं करती.
महाराष्ट्र के लातूर में बतौर राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात का विकास मॉडल 'टॉफी मॉडल' है, क्योंकि वहां उद्योगपतियों के हाथों कौड़ियों के मोल कीमती जमीन बेच दी गई. राहुल के इस बयान पर तंज कसते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि शहजादे का मन अभी भी बचपन के दिनों में ही है.
मोदी की RSVP और प्रियंका की पाठशाला
2014 में ही प्रियंका और मोदी के बीच एक और ज़बानी जंग हुई थी.मोदी ने कहा था, "हमारे देश को भी RSVP ने चलाया. पहले RSVP अर्थशास्त्र में हुआ करता था. अब RSVP का मॉडल आया है. R यानी राहुल. S यानी सोनिया. V यानी वाड्रा. P यानी प्रियंका."
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एक रैली में प्रियंका मोदी को जवाब देती हैं, "कभी ABCD, कभी RSVP. कभी द से देश. कभी क से कौआ. अरे कभी ब से बस भी तो कीजिए. आप किसी प्राथमिक पाठशाला को तो संबोधित नहीं कर रहे हैं."
प्रियंका ने कहा था कि ये देश की जनता है. जनता में विवेक है. जनता के कण-कण में वो राष्ट्र की भावना है. जो मेरे और आपके अहंकार से कहीं बड़ी है." बता दें सितंबर 2013 में जयपुर रैली में मोदी ने ABCD की फुलफॉर्म बताई थी.
मोदी ने कहा था, A यानी आदर्श, B यानी बोफोर्स, C यानी सीडबल्यूजी और D यानी दामाद का कारोबार. 2014 में भी मोदी ने कहा था, "एक 10वीं क्लास तक पढ़ा नौजवान. जिसकी जेब में एक लाख रुपए थे जो तीन साल में 300 करोड़ रुपए हो गए. ऐसा जादूगर? ये मां-बेटे का कारोबार है. ये इनका मॉडल है. टू-जी का तो सुना था. अब जीजा जी का भी सुन लिया है."
प्रियंका ने इस पर कहा था, "बौखलाए हुए चूहों की तरह दौड़ रहे हैं. इनको करने दीजिए. जितना चाहें उतना करें. मैं इनसे नहीं डरती हूं. मैं किसी से नहीं डरती. मैं इनकी विनाशक और शर्मनाक राजनीति के ख़िलाफ़ बोलती रहूंगी. मैं चुप नहीं होऊंगी."
बता दें कि 2014 में हुए आम चुनावों में भी जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था. नौ चरण के चुनाव में 66.38 फीसद लोगों में मतदान किया था. कुल 543 सीटों के लिए हुए इस चुनाव में भाजपा को 282 सीटें मिलीं, जबकि दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटों से संतोष करना पड़ा था. तीसरे नंबर पर 37 सीटों के साथ एआईएडीएमके रही थी. यह चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक था. सत्तारूढ़ यूपीए और कांग्रेस को जनता ने बुरी तरह से नकार दिया और पहली बार भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था.
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