विधानसभा चुनावों में शुरू हुई कांग्रेस की गुटबाजी लोकसभा चुनाव के भी थमने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट का मीडिया के सामने यह दावा करना कि दोनों में कोई मतभेद नहीं है दोनो एक है. सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं बीजेपी के नेता इसको लेकर तंज कस रही है. साफ है कांग्रेस की गुटबाजी का असर लोकसभा चुनावों में भी नजर आ रहा है.
दूसरी तरफ सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस में गुटबाजी कर खबरों को सिरे से खारिज किया है. जयपुर में गहलोत ने कहा कि पीसीसी चीफ सचिन पायलट और डिप्टी सीएम को लेकर खबरें चलाई गई कि वो हटने वाले है, उनकी शिकायत हो रही है. लेकिन मैं साफ करना चाहूंगा कि ऐसा कभी नहीं हुआ.
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गहलोत ने कहा कि उनके खिलाफ भी हनुमानगढ़ की रैली में खबरें चली कि उन्हें एसपीजी ने रोक दिया, लेकिन ये पूरी तरह बे-बुनियाद है. उन्होंने ये भी कहा कि पूरी सरकार एकजुट होकर आज काम रही है. गहलोत की नाराजगी की खबरों पर टिप्पणी करने के बाद पायलट ने साफ किया वो एकजुट है, किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नहीं है.
वहीं सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के रिश्तों की खींचतान को लेकर बीजेपी तंज कस रही है. बीजेपी के प्रदेशाध्यक मदनलाल सैनी का कहना है अगर दोनों में कोई मतभेद नहीं है तो मीडिया में बार बार सफाई देने की क्या जरूरत है. सैनी ने कहा दोनो में एकता नही बल्कि 36 का आंकड़ा है.
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मीडिया के सामने भले ही गहलोत और पायलट एक दूसरे के साथ होने का दावा कर रहे हैं मगर अंदर ही अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. साफ है अगर गुटबाजी नहीं थमी तो लोकसभा चुनावों में भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
Source : News Nation Bureau