लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के आजम खान से मिली करारी हार के बाद बीजेपी उम्मीदवार जयाप्रदा ने अपना बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, 'मैं विपक्षी पार्टी की मदद करने वाले लोगों के बारे में पार्टी के शीर्ष नेताओं से बात करूंगी. उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.' बता दें कि आजम खान ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी जया प्रदा को एक लाख 9 हजार 997 वोटों से शिकस्त दे दी है. सपा नेता को पांच लाख 59 हजार 177 वोट मिले जबकि जया प्रदा को चार लाख 49 हजार 180 वोट मिले हैं.
इसके साथ ही जया प्रदा ने कहा, 'मैं रामपुर की आवाम को धन्यवाद कहना चाहती हूं उन्होंने मुझे इस बार भी लाखों वोट दिया. लगभग चार लाख 52 हजार वोट मुझे मिला.इतने कम समय में इतना वोट मिलना.ये जयप्रदा को मिला है.जया प्रदा ने कहा वह जनता का जो भी निर्णय है वह स्वीकार करेंगी. ऐसा नहीं है कि रामपुर से हार मानकर मैं चली जाऊंगी रामपुर को मैं यह साबित करूंगी कि मैं रामपुर की रहने वाली है रामपुर में ही रहूंगी रामपुर में गांव की हो शहर की हर समस्या को दूर करने की मैं पूरी कोशिश करूंगी. इतने प्रचंड बहुमत के साथ मोदी जी के आने पर बधाई देते हैं जो कमी रही है उसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश करूंगी जो नाराज हैं उन्हें मनाने की कोशिश करुंगी.'
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उन्होंने कहा, 'जिसकी जो कमी है जो लोग पार्टी को धोखा दिए है यह सिर्फ जयप्रदा की हार नहीं है.हम विश्लेषण करके उसको सही करेगी खास तौर पर शहर में मुसलमान भाइयों को यह बताना चाहती हैं भारतीय जनता पार्टी पर रहने पर आपको यह शक है शायद आपको उनका साथ नहीं निभाऊंगी . मैं हिंदू हूं लेकिन आप लोगों ने मुझे वोट दिया था मैंने हिंदू होते हुए भी आप लोगों के लिए ईद में मिठाई भेजी थी आप को राखी भेजती थी हिंदू मुसलमानों की जो यह धरती है बहुत महान है और जो हिंदू मुसलमानों के इस मिजाज को मैं हमेशा कायम रखूंगी. मुझे शक हमारे ऊपर है कि यह भारतीय जनता पार्टी में है मुझे हिंदू वोट मिला मुसलमानों ने वोट दिया है.'
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जयप्रदा ने कहा, 'जो लोग पार्टी में होते हुए विरोधी दल के लिए उन्होंने मदद किया सारी बातें हम विश्लेषण करवाएंगे. उनके लिए जो भी एक्शन लेना है सख्त एक्शन लेंगे. जयप्रदा ने हार के मामले पर कहा कि एक तो समय नहीं मिला और मुसलमान भाई मानते हैं कि मैं भारतीय जनता पार्टी में हूं वो हमें भूल जाने में सोच रहे थे. अगर पुल बना है तो सारे वर्गों के लिए सारे धर्मों के लिए हमने काम किया है. मंदिर जाते हैं तो मजार में जाकर भी चादर पोशी करते हैं. आज जो भी निर्णय बना उसको मैं स्वीकारती हूं. लेकिन यह नहीं उम्मीद करना कि जयप्रदा रामपुर छोड़ कर चली जाएगी. मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि मैं रामपुर को हमेशा अपना मानती हैं रामपुर में जो भी समस्या होगी उसे पूरा करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे.'
गौरतलब है कि रामपुर संसदीय सीट पर 50 फीसदी से भी अधिक जनसंख्या मुस्लिम आबादी की है. हालांकि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के नेपाल सिंह ने जीत दर्ज की थी. 2014 में उत्तर प्रदेश से कोई भी मुस्लिम सांसद चुनकर नहीं गया था, जो कि इतिहास में पहली बार हुआ था.
Source : News Nation Bureau