/newsnation/media/post_attachments/images/2019/04/09/rahulgandhinarendramodi-45-5-86.jpg)
मोदी Vs राहुल
सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण के मतदान में अब चंद घंटे शेष रह गए हैं. 11 अप्रैल को देश की जनता 17वीं लोकसभा चुनने के लिए अपना पहला वोट डालेगी. पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके लिए मंगलवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा. साल 2014 में पहले चरण में बीजेपी ने कुल 32 सीटें जीतीं थी और कांग्रेस केवल 7. इस बार बीजेपी जहां अपनी प्रतिष्ठा बचाने में लगी है वहीं कांग्रेस वापसी की कोशिश में है. इसके लिए बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल तक जहां 33 रैलियां कर चुके थे वहीं राहुल गांधी 35 रैलियों के जरिए कांग्रेस के हाथ को मजबूत करने में जुटे रहे.
यह भी पढ़ेंः Lok Sabha Election First Phase:इन बड़े दिग्ग्जों की प्रतिष्ठा दांव पर, जानें कौन कहां से ठोक रहा ताल
इन रैलियों में पीएम मोदी के निशाने पर जहां कांग्रेस का घोषणा पत्र रहा वहीं राहुल गांधी के निशाने पर पीएम मोदी रहे. राहुल गांधी न्याय योजना को लेकर जनता में जहां वोट मांग रहे हैं वहीं बीजेपी अपने 5 साल के विकास कार्यों के साथ-साथ मजबूत सरकार के जरिए वोटरों का दिल जीतने में लगी है. आइए सबसे पहले नज़र डालते हैं पहले चरण की वोटिंग को लेकर खास बातें.
उत्तर प्रदेश
80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में पहले चरण में आठों सीटों पर सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन से है. पिछली बार यहां की 8 सीटें बीजेपी ने जीती थी. इसबार इन 8 सीटों पर 96 उम्मीदवार मैदान में हैं.अगर बड़े चेहरों की बात करें तो मुजफ्फरनगर सीट से आरएलडी प्रमुख अजित सिंह और बीजेपी के संजीव बालियान के बीच मुकाबला है. वहीं, बागपत सीट से अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी का मुकाबला बीजेपी के सत्यपाल सिंह से होगा.
यह भी पढ़ेंः लोकसभा चुनाव 2019: पहले चरण के रण में बीजेपी भारी या गठबंधन, जानें क्या कहते हैं आंकड़े
उत्तराखंड
यहां 5 सीटों पर चुनाव होगा. इन 5 सीटों पर 52 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की 5 सीटें बीजेपी ने जीती थी और यहां 60.72 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस चरण में हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक, नैनीताल से कांग्रेस के हरीश रावत, पौड़ी से मनीष खंडूरी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी.
बिहार
यहां 4 सीटों पर चुनाव होगा. इन 4 सीटों पर 44 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की चारों सीटें एनडीए (बीजेपी 4 और एलजेपी 1) ने जीती थी और यहां 51.82 फीसदी वोटिंग हुई थी.
यह भी पढ़ेंः बिहारः पहले चरण में गठबंधनों के बीच होगी सियासी जंग, इन चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर
आंध्र प्रदेश
यहां 25 सीटों पर चुनाव होगा. इन 25 सीटों पर 319 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार टीडीपी ने 15 सीट, वाईएसआर कांग्रेस ने 8 सीट और बीजेपी ने 2 सीट जीती थी और यहां 78.97 फीसदी वोटिंग हुई थी.
असम
यहां 5 सीटों पर चुनाव होगा. इन 5 सीटों पर 41 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां एक सीट कांग्रेस ने और 4 सीट बीजेपी ने जीती थी और यहां 78.66 फीसदी वोटिंग हुई थी.
तेलंगाना
तेलंगाना की 17 सीटों पर 11 अप्रैल को वोटिंग होगी. इन 17 सीटों पर 443 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार 11 सीटें टीआरएस, दो सीटें कांग्रेस, एक सीट बीजेपी, एक सीट वाईएसआर कांग्रेस, एक सीट टीडीपी और एक सीटी एआईएमआईएम ने जीती थी. यहां 71.17 फीसदी वोटिंग हुई थी.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में 7 सीटों पर 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इन 7 सीटों पर 116 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछली बार यहां की सातों सीटें एनडीए (बीजेपी 5 और शिवसेना 2) ने जीती थी और यहां 64.15 फीसदी वोटिंग हुई थी.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA