विवादित बयान देने को लेकर योगी आदित्यनाथ, मायावती, आजम खान और मेनका गांधी के बाद अब नवजोत सिंह सिद्धू पर चुनाव आयोग की नजरें टेढ़ी हो गई हैं. आयोग ने सिद्धू के उस बयान पर उनसे सफाई मांगी है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए सभी मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील की थी.
आयोग ने सिद्धू से 24 घंटे में जवाब देने को कहा है. नवजोत सिंह सिद्धू ने बिहार के किशनगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह विवादित बयान दिया था. बीजेपी ने सिद्धू के इस बयान की चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
नवजोत सिंह सिदधू ने मुस्लिम मतदाताओं से कहा था- "आप अल्पसंख्यक होकर भी यहां बहुसंख्यक हो. आप अगर एकजुटता दिखाएंगे तो उम्मीदवार तारिक अनवर को कोई नहीं हरा सकता." सिद्धू ने यह भी कहा था, ''मैं अपने मुस्लिम भाइयों को एक ही बात कहने आया हूं, आपका ऐसा क्षेत्र है जहां आप अल्पसंख्यक बनकर नहीं बल्कि बहुसंख्यक बनकर हो. इस क्षेत्र में आपका वर्चस्व 62 फीसदी का है और ये बीजेपी वाले षड्यंत्रकारी लोग आपको बांटने का प्रयास करेंगे, आप इकठ्ठे रहें तो कांग्रेस को दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकेगी.''
इससे पहले नेताओं के धार्मिक और जातीय टिप्पणियों पर चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिलने के बाद कार्रवाई की है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बसपा सुप्रीमो मायावती, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और आजम खान के खिलाफ चुनाव आयोग कार्रवाई कर चुका है.
Source : News Nation Bureau