/newsnation/media/post_attachments/images/2019/04/15/menka-azam-98.jpg)
मेनका गांधी और आजम खान (फाइल फोटो)
चुनाव आयोग ने सीएम योगी आदित्यनाथ, बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद एसपी नेता आजम खान और बीजेपी नेता मेनका गांधी पर सख्त कदम उठाया है. जया प्रदा पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर आजम खान को चुनाव आयोग ने 72 घंटे के लिए बैन कर दिया है. मंगलवार सुबह 10 बजे से आजम खान ना तो चुनावी रैली कर सकते हैं, ना कोई राजनीतिक बयान दे सकते हैं और ना ही कोई ट्वीट कर सकते हैं.
Election Commission bars Samajwadi Party (SP) leader Azam Khan from election campaigning for 72 hours starting from 10 am tomorrow, for violating Model Code of Conduct during his election campaign held in Rampur. #LokSabhaElections2019pic.twitter.com/a9GJl385Kk
— ANI (@ANI) April 15, 2019
वहीं आचार संहिता का उल्लंघन करने पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पर चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए रोक लगा दी है. जो मंगलवार सुबह 10 बजे से लागू होगा. मेनका गांधी ने सुल्तानपुर में चुनावी अभियान के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए मुस्लिमों को वोट नहीं देने पर देख लेने की धमकी दी थीं.
Election Commission bars Union Minister and BJP leader Maneka Gandhi from election campaigning for 48 hours starting from 10 am tomorrow, for violating Model Code of Conduct during her election campaign held in Sultanpur. #LokSabhaElections2019pic.twitter.com/XIFzCm2pQC
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2019
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस-AAP गठबंधन पर तूतू-मैं मैं, राहुल-केजरीवाल ट्विटर पर भिड़े, एक-दूसरे पर लगाया आरोप
वहीं, रामपुर में एसपी नेता आजम खान ने आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए बिना नाम लिए जया प्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसपर वो चौतरफा घिर गए. आजम खान पर इस बयान को लेकर एफआईआर भी दर्ज हुआ और महिला आयोग ने संज्ञान लिया है.
आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत प्रदत्त अधिकारों को इस्तेमाल करते हुए दोनों नेताओं के रवैये की आलोचना करते हुए देश में कहीं भी प्रचार अभियान में हिस्सा लेने से रोका है. यह दूसरा मौका है जब आजम खान को आयोग द्वारा प्रचार करने से प्रतिबंधित किया गया हो.
और पढ़ें: ममता बनर्जी बोलीं- चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ले रही है संघ की मदद
उल्लेखनीय है कि इससे पहले अप्रैल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने भाजपा नेता गिरिराज सिंह को झारखंड और बिहार में प्रचार करने से रोका था. पिछले आम चुनाव के दौरान ही आयोग ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और सपा नेता आजम खान को उत्तर प्रदेश में प्रचार करने से रोका था.
Source : News Nation Bureau