/newsnation/media/post_attachments/images/general-elections-2019729006282-digvijaya-6-44-5-23.jpg)
दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश की हॉट सीटों में से एक भोपाल का मुकाबला अब बेहद दिलचस्प होगा. तरफ सियासत के दिग्गज दिग्विजय सिंह हैं तो दूसरी तरफ उनके सामने होंगी प्रज्ञा ठाकुर. प्रज्ञा राजनीति में एक दिन पहले ही कदम रखीं हैं. वैसे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने सबसे कठिन सीट दी है. यहां 3 दशक से पंजे को जीत नसीब नहीं हुई है. प्रज्ञा ठाकुर को टिकट मिलने के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करने में देरी नहीं की. उन्होंने लिखा कि ..मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूँ. आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा. मैं माँ नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूँ और नर्मदा जी से आशीर्वाद माँगता हूँ कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें.
मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूँ। आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा।
मैं माँ नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूँ और नर्मदा जी से आशीर्वाद माँगता हूँ कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें।
नर्मदे हर! pic.twitter.com/LYAbpTObgY— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 17, 2019
बता दें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की भोपाल संसदीय सीट से एक बार फिर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम आगे चल रहा था. लिस्ट आने से पहले साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अगर पार्टी और संघ उन पर भरोसा जताते हैं तो वह निश्चित ही चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ना मानो धर्म और अधर्म की लड़ाई है.
यह भी पढ़ेंः मध्य प्रदेश की राजधानी में रोचक हुआ मुकाबला, क्या दिग्विजय सिंह के लिए चुनौती बन पाएंगी प्रज्ञा
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) ने कहा कि अगर वह चुनावी मैदान में आती हैं, तो दिग्विजय सिंह की जमानत भी जब्त करवा देंगी. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह भले ही हिंदुत्व का चोला पहनकर जनता के बीच में जा रहे हैं, लेकिन देश की जनता अच्छे से जानती है कि उस चोले के पीछे क्या है ? साध्वी प्रज्ञा ने कहा की यह चुनाव राष्ट्रवाद का चुनाव है और जनता भगवा पर भरोसा करती है. गौरतलब है कि भोपाल को बीजेपी की सुरक्षित सीट भी माना जाता है, यहां पार्टी पिछले 30 सालों से चुनाव जीतती आ रही है.
प्रज्ञा ने मंगलवार को BJP की सदस्यता ली
प्रज्ञा ने बताया कि वह मंगलवार (16 अप्रैल) को पार्टी की सदस्यता ली थीं. बताया जा रहा है कि प्रज्ञा के नाम पर सहमति बनाने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अहम भूमिका निभाई. यह उनका पहला चुनाव है. भोपाल सीट से उम्मीदवारी को लेकर नरेंद्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह चौहान, महापौर आलोक शर्मा और वीडी शर्मा के नाम पर पार्टी स्तर पर खासी मशक्कत हुई, लेकिन संघ ने प्रज्ञा का नाम बढ़ा दिया.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA