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लोकसभा चुनाव: दिल्ली कांग्रेस ने AAP के साथ गठबंधन का फैसला राहुल गांधी पर छोड़ा

गौरतलब है कि AAP दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, इसके बावजूद गठबंधन के कयास लगाए जा रहे हैं.

Updated on: 25 Mar 2019, 12:43 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन करने का अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया है. दिल्ली में सोमवार को आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में आम आदमी पार्टी के गठबंधनम की अंतिम संभावनाओं पर चर्चा की गई. गौरतलब है कि AAP दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, इसके बावजूद गठबंधन के कयास लगाए जा रहे हैं.

सीडब्ल्यूसी बैठक में शामिल सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे (आप के साथ गठबंधन) पर सभी लोगों के विचार अलग-अलग थे लेकिन मीटिंग में सब एकमत थे कि पार्टी के हित के लिए गांधी को इस पर अंतिम निर्णय लेना चाहिए.

सूत्रों ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस के 4 पूर्व अध्यक्ष अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, ताजदार बाबर और अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने के पक्ष में थे. पार्टी नेता पीसी चाको ने गठबंधन के समर्थन में 12 कांग्रेस जिलाध्यक्षों, पार्टी नेताओं और तीन नगर निगम के पार्षदों द्वारा हस्ताक्षर किया पत्र राहुल गांधी को सौंपा.

वहीं दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और 3 कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव, राजेश लिलोथिया और हारूण युसूफ ने आप के साथ गठबंधन के विरोध में अपना रुख कायम रखा.

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राहुल गांधी की अध्यक्षता में सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र को अंतिम रूप दिए जाने पर भी चर्चा की गई. सीडब्ल्यूसी पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है.

इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, ए के एंटनी, गुलाम नबी आजाद, पी.चिदंबरम, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेता मौजूद थे. लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र पी चिदंबरम की अध्यक्षता वाली एक समिति ने तैयार किया है.