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अब सीएम अरविंद केजरीवाल के पास पहुंचना भी होगा मुश्किल, जानें कैसी है नई सुरक्षा व्यवस्था

अब उनकी सुरक्षा में व्यापक पैमाने पर बदलाव किया है. यानी अब लोगों का उन तक पहुंचना भी आसान नहीं होगा, थप्पड़ मारना तो दूर की बात है.

Updated on: 06 May 2019, 10:23 AM

नई दिल्ली.:

दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. अभी तक लोगों से मिलने-जुलने के दौरान सुरक्षा को दूर रखने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव की रजामंदी दे दी है. अब दिल्ली के सीएम तक लोगों को पहुंचने के लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे का सामना करना पड़ेगा. ऐसा उन्होंने बार-बार अपने साथ पेश आ रहीं अराजक स्थितियों के मद्देनजर किया है. बीते दिनों रोड-शो के दौरान एक युवक द्वारा थप्पड़ मारने की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने अब उनकी सुरक्षा में व्यापक पैमाने पर बदलाव किया है. यानी अब लोगों का उन तक पहुंचना भी आसान नहीं होगा, थप्पड़ मारना तो दूर की बात है.

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नई सुरक्षा व्यवस्था के तहत दिल्ली के सीएम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को माला पहनाना या फिर उनसे हाथ मिलाना अब आसान नहीं होगा. अगर कोई समर्थक या प्रशंसक ऐसा करना भी चाहेगा, तो उसे पहले सीएम के सुरक्षा घेरे से दो-चार होना पड़ेगा. यहां से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ही वह ऐसा कर पाएगा, वरना नहीं. शनिवार को मोती नगर इलाके में सीएम को मारे गए थप्पड़ के बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा में बड़े स्तर पर बदलाव किए हैं, जिसमें एक परिवर्तन यह भी है कि सीएम के पास जाने से लोगों को रोका जाए.

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जहां पहले सीएम केजरीवाल पुलिस सुरक्षा को अपने से दूर रखने का प्रयास करते थे, वहीं इस ताजा कांड के बाद उन्होंने सुरक्षा के तमाम इंतजामों को पुलिस अधिकारियों के तरीके से मानने के लिए अपनी रजामंदी दे दी है. सीएम की नई सुरक्षा रणनीति के तहत चुनावी माहौल में अगर वह किसी रोड शो के दौरान खुली जीप में हैं, तो उनकी गाड़ी में दिल्ली पुलिस सिक्योरिटी यूनिट के दो जवान पीछे और दो जवान आगे गाड़ी में रहेंगे. चार जवान गाड़ी के पीछे, छह जवान गाड़ी के दोनों साइड और चार जवान गाड़ी के आगे-आगे घेरा बनाकर चलेंगे. इनके अलावा, एक या दो कमांडो भी वर्दी में तैनात किए गए हैं.

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यही नहीं, नई सुरक्षा व्यवस्था के तहत अब किसी रोड-शो में उनकी गाड़ी में भी कम लोग ही चढ़ सकेंगे. अब सीएम अरविंद केजरीवाल के अलावा प्रत्याशी, जिसका वे प्रचार कर रहे होंगे. साथ में उस इलाके के विधायक को भी गाड़ी में चढ़ने की अनुमति रहेगी. जरूरत पड़ने पर केजरीवाल अपने साथ एक और व्यक्ति को गाड़ी में चढ़ा सकेंगे. सुरक्षा में तैनात जवान इस बात का भी खास ध्यान रखेंगे कि अरविंद केजरीवाल गाड़ी से ना ही उतरें. ऐसी नौबत आने पर भी एक नई रणनीति के तहत सुरक्षा पर अमल किया जाएगा. इस प्रक्रिया के तहत लगभग 20 जवान साए की तरह उनके चारों और रहेंगे.

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धमाकों की आशंका के चलते अब रोड-शो या जनसंपर्क में इस्तेमाल में आने वाली गाड़ी की विस्फोटकों को लेकर भी सघन तलाशी ली जाएगी. जनसभा के दौरान आसपास की ऊंची इमारतों पर एक-47 के साथ जवान तैनात किए जाएं. इसके साथ ही जिस भी जिले में अरविंद केजरीवाल प्रचार करेंगे, उस रेंज के जॉइंट पुलिस कमिश्नर, जिला डीसीपी, सब-डिविजन के एसीपी और संबंधित थानों के तमाम एसएचओ भी मीटिंग करके इंतजामों की तैयारियां सुनिश्चित करेंगे.