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Arun Jaitley
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने गुरुवार सन् 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा था कि 1984 का सिख विरोधी दंगा हुआ तो हुआ. हम क्या करें. उसी बयान पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'क्या कांग्रेस अध्यध (राहुल गांधी) अपने 'गुरु' को बाहर करेंगे, जो 1984 में हुए भारत के सबसे बड़े देशभक्त समुदाय के साथ हुए नरसंहार के बारें में ऐसी बात करते हैं.'
उन्होंने ये भी कहा, 'सैम पित्रोदा का 'हुआ तो हुआ' वाली प्रतिक्रिया 1984 में हुए सिखों के नरसंहार के प्रति कांग्रेस पार्टी की ओर से पछतावे की कमी को दर्शाती है. यह शर्मनाक की बात है कि कांग्रेस पार्टी को 1984 के दंगे और सिखो की हत्या पर कोई पछतावा नहीं है.'
Sam Pitroda's 'Hua to Hua' reaction to the 1984 Sikh killings is reflective of the lack of remorse on the part of Congress Party with respect to the 1984 genocide.
— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) May 10, 2019
बता दें कि सैम पित्रोदा ने गुरुवार को सिख दंगे से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए एक विवादित बयान दिया. पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस पर सिख दंगे को लेकर निशाना साधने के बाद सैम पित्रोदा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री की आलोचना की. इस दौरान एक सवाल के जवाब में पीएम पर टिप्पणी करते हुए पित्रोदा ने कहा- अब क्या है 84 का? आपने क्या किया पांच साल में उसकी बात करिए. 84 में जो हुआ वो हुआ, आपने क्या किया.
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गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 31 अक्टूबर 1984 को सिख विरोधी दंगे भड़के थे. दरअसल इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख अंगरक्षकों ने की थी. जिसके बाद दंगे भड़क उठे थे. आपको बता दें कि उस दौरान देश के कई राज्यों में हत्या और आगजनी की वारदातें हुईं थीं. इन दंगों में तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी. जिसमें अधिकतर लोग दिल्ली थे.
Source : News Nation Bureau