विपक्ष के 22 दलों ने चुनाव आयोग के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें अनुरोध किया गया है कि मतों की गिनती शुरू करने से पहले वीवीपीएटी स्लिप का सत्यापन अच्छे ढंग से किया जाना चाहिए. यह आखिरी चरण के मतगणना के बाद नहीं किया जाना चाहिए. ज्ञापन में विपक्ष के नेताओं ने यह भी मांग की है कि अगर वीवीपीएटी सत्यापन के दौरान कहीं भी कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों के वीवीपीएटी के पेपर स्लिप की 100 प्रतिशत गिनती की जानी चाहिए.
कल चुनाव आयोग से फिर होगी मुलाकात
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पिछले 1.5 महीने से इस मुद्दों को उठा रहे हैं. हमने चुनाव आयोग से पूछा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. अजीब बात है, चुनाव आयोग ने हमें लगभग एक घंटे तक सुना और उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे कल सुबह फिर से मिलेंगे, ताकि मुख्य रूप से इन 2 मुद्दों पर विचार किया जा सके.
गड़बड़ी होने पर पूरा सैम्पल चेक किया जाये
विपक्षी दलों की बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में एक नेता ने कहा कि चुनाव के वक्त ईवीएम में कोई भी बटन दबाने पर बीजेपी को वोट जा रहा था. इसके बारे में शिकायत की है. विपक्ष ने पहले vvpat पर्चियों को गिनने की मांग की. अगर इसमें कोई गलती हुई तो पूरे विधानसभा में पर्चियों की गिनती हो. वहीं सतीश मिश्रा ने कहा कि यूपी का एक मुद्दा उठाया. गुलाम नबी आजाद आयोग ने कहा कि मांगों के संबंध में कल सुबह बैठक करेंगे. सिंघवी ने कहा कि सैम्पल चेक में अगर गड़बड़ी कोई गड़बड़ी हुई तो पूरा सैम्पल क्यों न चेक किया जाये? चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी ने भी कहा है कि चुनाव आयोग के ऊपर संदेह दूर करने की जिम्मेदारी है.
HIGHLIGHTS
- विपक्ष के 22 दलों ने चुनाव आयोग से की मुलाकात
- vvpat के पर्चियों को गिनने की मांग की
- विपक्ष कल फिर करेंगे चुनाव आयोग से मुलाकात