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lok_sabha_election( Photo Credit : social media)
भारतीय जनता पार्टी (BJP) केंद्र में अपनी लगातार तीसरी सरकार बनाने के लिए तैयार है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 9 जून को शीर्ष पद पर अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने की संभावना है. हालांकि, 543 सदस्यीय सदन में 240 सीटों के साथ, भगवा पार्टी एकल-दलीय (single-party majority) बहुमत की हैट्रिक से चूक गई है. मालूम हो कि, भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने लोकसभा चुनाव 2024 में 293 लोकसभा सीटें जीती हैं, जो बहुमत के निशान 272 से 21 अधिक है.
एक हालिया चुनावी अध्ययन के अनुसार, भाजपा अपने दम पर 272 सीटें जीतने से तकरीबन छह लाख वोटों से रह गई. पार्टी ने कुल 23.59 करोड़ वोट (36.6% वोट शेयर) हासिल किए, जो पिछले लोकसभा चुनाव 2024 को हासिल, 22.9 करोड़ (37.3%) से अधिक था.
जानें अध्ययन में क्या पाया गया:
1. अध्ययन से पता चलता है कि, भाजपा महज 609,639 अतिरिक्त वोटों के साथ 272 सीटें हासिल कर सकती थी. पार्टी विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 32 सीटों में फैले हुए हैं; इन सीटों पर भाजपा उम्मीदवार बहुत कम अंतर से विजेताओं के बाद दूसरे स्थान पर रहे हैं.
2. इस अध्ययन के मुताबिक, चंडीगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पर, भाजपा केवल 2509 वोटों से हार गई. ठीक इसी तरह कम अंतर से हार पार्टी को हमीरपुर (उत्तर प्रदेश; 2629 अंतर), सलेमपुर (उत्तर प्रदेश; 3573), धुले (महाराष्ट्र; 3831), धौरहरा (उत्तर प्रदेश; 4449), दमन और दीव (दमन और दीव; 6225), आरामबाग (पश्चिम बंगाल; 6399) और बीड (महाराष्ट्र; 6553) में भी मिली है.
3. इन संकीर्ण हार के अंदर उच्च अंतर 16 निर्वाचन क्षेत्रों में दर्ज किया गया, इसमें लुधियाना (पंजाब) में 20,942 से लेकर उत्तर प्रदेश के खीरी में उच्चतम 34,329 तक रहा.
4. भाजपा ने 168 निवर्तमान संसद सदस्यों (सांसदों) को उनकी संबंधित सीटों पर बरकरार रखा, जिनमें से 111 (66%) फिर से निर्वाचित हुए.
5. दूसरी ओर, जिन सीटों (132) पर मौजूदा सांसदों को दोहराया नहीं गया था, पार्टी ने 95 (72%) निर्वाचन क्षेत्रों को बरकरार रखा. कुल मिलाकर, इसने 441 उम्मीदवार मैदान में उतारे.
Source :News Nation Bureau