logo-image

IPL 2019: क्रिकेट और राजनीति का कॉकटेल, जानें किस-किस ने बदली टीम

देश में IPL के साथ एक और आईपीएल चल रहा है. आईपीएल बोले तो Indian Political legue 2019. दिल्‍ली की सत्‍ता पर काबिज होने के लिए 11 अप्रैल से यह महामुकाबला शुरू हो रहा है.

Updated on: 07 Apr 2019, 06:54 PM

नई दिल्‍ली:

देश में IPL (Indian Premier League) के साथ एक और आईपीएल चल रहा है. आईपीएल बोले तो Indian Political league 2019. दिल्‍ली की सत्‍ता पर काबिज होने के लिए 11 अप्रैल से यह महामुकाबला (Lok Sabha Election 2019) शुरू हो रहा है. 11 अप्रैल से 19 मई तक चलने वाले इस मुकाबले में कांग्रेस, बीजेपी समेत बड़ी टीमें हिस्‍सा ले रहीं हैं. कहीं महागठबंधन है तो कहीं एनडीए. एक तरफ बीजेपी (BJP) के कप्‍तान अमित शाह (Amit Shah) हैं जो अपने स्‍टार बल्‍लेबाज पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के शानदार फार्म की बदौलत एक बार फिर बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने की कोशिश्‍ में हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस (Congress) अपने युवा कप्‍तान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्‍व में धुआंधार बैटिंग की उम्‍मीद में है. कांग्रेस ने बीजेपी पर गरीबों के लिए सलाना 72000 रुपये देने की गुगली फेंकी है. वहीं NDA मोदी के राष्‍ट्रवाद के 'दूसरे' से विपक्ष को क्‍लीन बोल्‍ड करने के इरादे से उतर रहा है.

यह भी पढ़ेंः Lok Sabha Election Phase 1: अरबपति उम्‍मीदारों के सामने ताल ठोंक रहे खाकपति, कांग्रेस का उम्‍मीदवार सबसे अमीर

अगर बात करें सात चरणों में होने वाले 543 मैचों की तो इसकी तैयारी सभी दलों ने कर रखी है. हर मैच में कांटे का मुकाबला होने वाला है. इन मुकाबलों को हर हाल में जीतने के लिए किसी ने अपने पुराने खिलाड़ियों को ड्रॉप किया है तो कई खिलाड़ियों ने दूसरी टीमों का दामन थामा है. किसी ने अपनी पुरानी टीम बदली तो किसी ने मैदान. सबसे पहले बात उन खिलाड़ियों की जिन्‍होंने अपनी टीम छोड़कर दूसरी टीम से इस बार सियासी पिच पर बैटिंग करने उतरेंगे.

अभिनेत्री जयाप्रदा

उत्‍तर प्रदेश के रामपुर से अभिनेत्री जयाप्रदा दो बार की विजेता रही हैं. जया रामपुर से दो बार 2004 और 2009 में सांसद बनीं. उन्‍होंने सपा के बैनर तले ये दोनों मैच जीते थे लेकिन इस बार उन्‍हें बीजेपी ने अपनी टीम में शामिल कर लिया. वह अपनी पुरानी पिच पर इसबार रामपुर में सपा के बड़े खिलाड़ी आजम खान से दो दो हाथ करती नजर आएंगी. बता दे बीजेपी ने उन्‍हें महज 5 घंटे में रामपुर से खेलने के लिए कमल वाला कैप दे दिया.

दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ

भोजपुरी फिल्‍मों के सुपर स्‍टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ आजमगढ़ से डेब्‍यू करेंगे. बीजेपी के बैनर तले इनका पहला ही मुकाबला सियासत के सफल खिलाड़ी और टीम सपा के कैप्‍टन अखिलेश यादव के साथ है. आजमगढ़ की सियासी पिच पर हरियाली (मुस्‍लिम+यादव वोट) घास उनकी बैटिंग को कमजोर कर सकती है. हालांकि उत्‍साह से लबरेज यह खिलाड़ी हार नहीं मानने वाला. टीम बीजेपी से जुड़ने के सात दिन के अंदर ही उन्‍हें डेब्‍यू का मौका मिला है और वह अपने कप्‍तान की उम्‍मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे.

उर्मिला मातोंडकर

सत्‍ता पर दोबारा कब्‍जा करने के उद्देश्‍य से लोकसभा चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस ने अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर पर बड़ी बोली लगाकर उन्‍हें अपने पाले में कर लिया है. उन्‍होंने 27 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ली और टीम कांग्रेस का हिस्‍सा बनने के दो दिन बाद उन्हें टिकट मिल गया.

शत्रुघ्न सिन्हा

सियासत के टेस्‍ट के मझे हुए खिलाड़ी शत्रुघ्‍न सिन्‍हा को उनकी पुरानी टीम बीजेपी ने रिटेन नहीं किया तो उन्‍होंने कांग्रेस का दामन था लिया. शॉटगन के नाम से मशहूर यह खिलाड़ी अब अपनी पुरानी पिच यानी पटना साहिब से ही चुनाव मैदान में खेलते नजर आएंगे.

अशोक दोहरे

2014 में मोदी लहर में उत्‍तर प्रदेश के इटावा से शानदार प्रदर्शन के साथ अपना मैच जीतने वाले अशोक दोहरे को इस बार बीजेपी ने रिटेन नहीं किया. नाराज दोहरे की पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए कांग्रेस ने उन्‍हें हाथोंहाथ लिया और 29 मार्च को अपनी कैप पहना दी. टीम कांग्रेस ज्वाइन करने के महज 20 मिनट बाद ही दोहरे को उनके घरेलू मैदान इटावा में उतार दिया. दोहरे 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा छोड़कर भाजपा में आए थे. वे मायावती की सरकार में जल संसाधन मंत्री भी रह चुके हैं.

सावित्री बाई फुले

अपनी टीम और उसके कैप्‍टन पर हमला बोलने के बाद इस खिलाड़ी ने बीजेपी से इस्‍तीफा देकर कांग्रेस की सदस्‍यता हासिल कर ली. सांसद सावित्री बाई फुले 2 मार्च को कांग्रेस में शामिल हुईं और 13 मार्च को उत्तर प्रदेश के बहराइच से खेलने को मौका दे दिया. यह उनका घरेलू मैदान है.

पुराने धुरंधरों के बिना मैदान पर उतरेगी बीजेपी

इस बार बीजेपी ने अपने पुराने कैप्‍टन और टीम को सत्‍ता के शीर्ष तक पहुंचाने वाले लालकृष्‍ण आडवाणी को न केवल ड्रॉप कर दिया बल्‍कि अपने बेहतरीन खिलाड़ी मुरली मनोहर जोशी को इस IPL 2019 में खेलने का मौका नहीं दिया. गुजरात के गांधीनगर से रिकॉर्ड कायम करने वाले लालकृष्‍ण आडवाणी के बिना टीम बीजेपी पहली बार चुनाव मैदान में है. इंदौर की ताई सुमित्रा महाजन भी इस बार मैदान में नहीं उतरने की घोषण की है. इनके अलावा सुषमा स्‍वराज भी इस बार मुकाबले में नजर नहीं आएंगी.

श्यामाचरण गुप्त

मैदान में उतरने से पहले इन्‍होंने अपनी टीम बीजेपी को जोरदार झटका दिया. टीम सपा ने उन्‍हें इलाहाबाद से मैदान में उतारा है. दिलचस्प यह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्हें सपा ने टिकट दिया था. उसके बाद उन्हें भाजपा ने इलाहाबाद से टिकट दे दिया और वे भाजपा में चले गए.

सुजय विखे पाटिल

अहमदनगर सीट से इस बार बीजेपी की कैप पहने महाराष्ट्र में सुजय विखे पाटिल बैटिंग करते नजर आएंगे. कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे ने 12 मार्च को कांग्रेस दिया और 21 मार्च को बीजेपी ने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. इसमें सुजय का भी नाम था.