लोकसभा चुनाव के नतीजे वैसे तो 23 मई (Lok Sabha Elections Results 2019 on 23 May) को आएंगे लेकिन न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुआई वाली NDA को 542 में से 300 से अधिक सीटों पर विजयश्री हासिल करने जा रही है. अगर एग्जिट पोल्स (exit polls) नतीजों में तब्दील होते हैं तो निश्चित तौर पर कांग्रेस के अस्तीत्व पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा हो जाएगा. अगर बात कांग्रेस की करें तो वो अपने बुने हुए जाल में खुद ही फंसती चली गई. चौकीदार चोर है का नारा पब्लिक को पसंद नहीं आया. कई सर्वे में भी ये बात सामने आ चुकी है कि देश की जनता अब भी मोदी को सबसे ज्यादा ईमानदार नेता मानती है. ऐसे में यह आरोप खुद कांग्रेस पर भारी पड़ता दिख रहा है. आइए जानें वो मोदी के वो 10 मास्टर स्ट्रोक जो कांग्रेस के बाउंसर पर मारे...
1. चौकीदार पर राहुल बनाम मोदी
राहुल मोदी को चौकीदार चोर बताते रहे और पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे मुद्दा बना लिया , पहले दो चरणों के चुनाव में हर रैली में - मैं भी चौकीदार के नारे लगवाए, ट्विटर पर अपना नाम बदल दिया. उन्होंने 'मैं भी चौकीदार हूं' कैंपेन (Main Bhi Chowkidar Campaign) के तहत अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदलते हुए चौकीदार (Chowkidar) नरेंद्र मोदी (PM Modi) कर लिया. मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक , अंतरिक्ष सैटेलाइट सबको चौकीदार से जोड़ दिया. मोदी ने चौकीदार के मुक़ाबले बाक़ियों को दागदार बता दिया.
2.FIRST PHASE में राफेल पर राहुल बनाम मोदी
मोदी भ्रष्टाचार पर राहुल और कांग्रेस को तो घेरते ही रहे , बल्कि उनकी पूरी टीम भी राहुल को निशाने पर लेती रही , सुप्रीम कोर्ट के चौकीदार चोर है वाले बयान पर राहुल को माफ़ी मांगनी पड़ी , मोदी ने चुनाव प्रचार में बोफोर्स को भी घसीट लिया , और राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन बता दिया.
3.अफ्स्पा और 124A पर राहुल बनाम मोदी
राहुल ने घोषणा पत्र में अफ्स्पा पर पुनर्विचार कर समीक्षा करने और 124A को ख़त्म करने की बात कही तो मोदी ने इसे राष्ट्रवाद से जोड़ दिया , मोदी ने कहा कि कांग्रेस सेना के रक्षा कवच को हटाना चाहती है. मोदी ने कहा कि जो सीमा पर आतंकियों से निपट रहे हैं, जो नक्सलियों और अलगाववादियों से मुकाबला कर रहे हैं. ऐसे जवानों को एक विशेष कवच मिला हुआ है. कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र में तीन दिन पहले उसको हटाने का फैसला दोहराया है.
4.न्याय पर राहुल बनाम मोदी
राहुल ने न्याय स्कीम के तहत किसान को साल में 72000 रूपये देने की बात कही , और सबको न्याय देने का मैसेज दिया तो मोदी ने पूछा कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि सिख दंगों से जुड़े लोगों को सीएम बनाना कौन सा न्याय है. मोदी ने पूछ लिया की क्या 10 दिनों में एमपी - राजस्थान में किसानों के क़र्ज़ माफ़ हुए.
5.सर्जिकल स्ट्राइक के दावे पर कांग्रेस बनाम मोदी
कांग्रेस ने दावा किया की यूपीए सरकार के कार्यकाल में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी. मोदी ने कांग्रेस के इस बयान का जवाब देते हुए पुछा अब जब देश की जनता सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हमारे साथ आ गई तो कांग्रेस कह रही है कि हमने 6 स्ट्राइक की और सर्जिकल स्ट्राइक पर अब 'मी टू-मी टू' कहा जा रहा है. ' यह कैसी स्ट्राइक है जिसके बारे में ना सेना, ना पब्लिक और ना पाकिस्तान को पता चला.
6.सेना के दुरूपयोग पर राहुल बनाम मोदी
राहुल ने भिवानी की रैली में 6 मई को मोदी पर सेना के नाम का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया , कहा की सीमाओं पर देश के सैनिक खून बहा रहे हैं और मोदी उस पर राजनीति कर रहे हैं. राहुल ने कहा कि वह सेना का राजनीतिकरण नहीं करेंगे. मोदी ने इसके तुरंत बाद 8 मई को सिरसा रैली में कांग्रेस पर ही सेना के दुरूपयोग का सवाल उठा दिया, कांग्रेस के नामदार परिवार ने INS विराट का अपनी टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया था. उसका अपमान किया था. यह बात तब की है, राजीव गांधी भारत के पीएम थे और 10 दिन की छुट्टियां मनाने निकले थे.
7.सैम पित्रोदा के जो हुआ सो हुआ बयान पर कांग्रेस बनाम मोदी
राहुल के ख़ास सैम पित्रोदा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 1984 दंगों में जो हुआ सो हुआ, लेकिन मोदी सरकार को बताना चाहिए कि उसने पांच सालों में क्या काम किए हैं. मोदी ने इस बयान को लपक लिया दिल्ली ,पंजाब , हिमाचल, और चंडीगढ़ में छठे और सातवें चरण में चुनाव होने थे , मोदी इस बयान को सिख दंगे और कांग्रेस कल्चर से जोड़ दिया.
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मोदी ने जो हुआ सो हुआ बयान का ज़िक्र 10 मई को रोहतक , मंडी और इसके बाद चंडीगढ़ और भटिंडा रैली में भी किया .. मोदी ने कहा 1984 के सिख दंगों में हजारों सिख भाइयों की जान गई, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ. देश पर सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली कांग्रेस कितनी संवेदनहीन है. ये तीन शब्दों से समझा जा सकता है. वे शब्द हैं- हुआ तो हुआ.
8.सांप पर कांग्रेस बनाम मोदी
प्रियंका गांधी अमेठी में चुनाव प्रचार करने के दौरान सपेरों की बीच जा पहुंची थी. इस दौरान प्रियंका को देखने के लिए वहां लोगों का जमावड़ा लग गया था. प्रियंका ने इस दौरान सपेरों से बात की थी और कुछ सांपों को हाथ में भी उठाया था. मोदी ने 3 मई को बीकानेर रैली में इसे मुद्दा बना दिया - मोदी ने कहा 'एक दौर था जब कांग्रेस के नामदार विदेशी मेहमानों को सामने सांप- नेवलों को नचा कर खुश होते थे. आज ये नामदार परिवार की चौथी पीढ़ी भी यही काम कर रही है. ये चौथी पीढ़ी आज भी सांप- सपेरों के खेल दिखाकर वोट मांग रही है. '
9.दो प्रधानमंत्री पर मोदी ने उमर अब्दुल्ला के बहाने कांग्रेस और विपक्ष को घेरा
उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह कोई आम चुनाव नहीं है, आज जम्मू कश्मीर की पहचान खत्म करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि हम शर्तों के साथ भारत के साथ आए तो हम कोई यूपी और बिहार नहीं है. हमारा संविधान अलग होगा, हमारे धंधे अलग होंगे, साथ ही अलग प्रधानमंत्री की भी मांग हुई थी, जिसके हम वापस लेकर आएंगे. उमर ने अपने बयान में अमित शाह और अरुण जेटली के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि यह लोग कश्मीर ने 35A हटाने की कोशिश कर रहे हैं.
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मोदी ने 1 अप्रैल को हैदराबाद में रैली कर उमर अब्दुल्लाह के बहाने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को निशाने पर ले लिया . हिंदुस्तान के लिए दो प्रधानमंत्री? क्या आप इससे सहमत हैं? कांग्रेस को जवाब देना होगा और महागठबंधन के सभी सहयोगियों को जवाब देना होगा. क्या कारण हैं और उन्हें ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हुई.’
10. सेना के अपमान पर एच डी कुमारस्वामी के बहाने कांग्रेस से सवाल
12 अप्रैल को कर्नाटक के सीएम एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि जिन लोगों के पास खाने के लिए नही होता वही डिफेंस ज्वाइन करते हैं. मोदी ने इसे राष्ट्रवाद और सेना के सम्मान से जोड़ दिया और अपनी रैलियों में इसे मुद्दा बनाते रहे, और एच डी कुमारस्वामी के बहाने कांग्रेस को घेरते रहे. 24 अप्रैल को गुमला रैली में मोदी ने कहा कर्नाटक में कांग्रेस ने जिसे मुख्यमंत्री बनाया है, जिसका वो समर्थन कर रही है, उस मुख्यमंत्री का कहना है कि फौज में तो वही नौजवान जाते हैं, जिन्हें दो वक्त की रोटी नसीब नहीं होती, जिन्हें अपने पेट की भूख मिटानी होती है! डूब मरो, डूब मरो ऐसी सोच रखने वालों.
Source : Sajid Asharf